जोधपुर: जिले में शुक्रवार रात दो समुदाय के लोग आपस में भीड़ गए और उन्होंने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। इस दौरान कई दुकानें व गाड़ियां फूंक दी गईं। इस मामले में करीब 45 लोगों को हिरासत में लिया है और करीब 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि हिंसाग्रस्त इलाके में अभी शांति है। वहां ड्रोन से नजर रखी जा रही है। शनिवार को सूरसागर इलाके में पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।
हिंसा का कारण
बताया जा रहा है कि सूरसागर क्षेत्र के व्यापारियों का मोहल्ला में दो पक्षों में लंबे समय से आपसी विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले भी नाबालिग बच्चों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दोनों पक्षों ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। इसी बीच शुक्रवार को एक पक्ष के लोग धार्मिक इमारत की दीवार में गेट खोलने लगे, जिसका दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया। विवाद देर रात तक इतना बढ़ गया कि वहां पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई, जिसके बाद पुलिस को भारी पुलिस बल को मौके पर पहुंचना पड़ा।
मौके पर पहुंची पुलिस को देखते ही दंगाई अपने घरों में घुस गए। पुलिस ने मामले को शांत देखते हुए दमकल वाहनों को बुलाकर लगाई गई आग पर काबू पाया। कुछ देर बाद दंगाई फिर हिंसा पर उतारू हो गए। पुलिस के एक्शन पर लोगों ने पुलिस पर ही पथराव करना शुरु कर दिया। ये पथराव काफी देर तक चला। पुलिस ने मामले को बढ़ता देख आंसू गैस के गोले चलाए और लाठीचार्ज किया। घटना की जानकारी के बाद पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह, डीसीपी ईस्ट आलोक श्रीवास्तव, डीसीपी हेडक्वार्टर शरद चौधरी ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। पुलिस के अधिकारियों के साथ भारी पुलिस जाप्ता, आरएसी, एसटीएफ की टीम, दमकल वाहन मौके पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री को दी गई जानकारी
सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली ने स्थिति की जानकारी लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को जानकारी दी।