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देवघर में बाबा की नगरी के बाद दूसरा यह दूसरा मंदिर है जहां शिव व माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित है

शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– अनुमंडल मुख्यालय से करीब 2 किलोमीटर दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित ऐतिहासिक राजा पहाड़ी शिव मंदिर है। यहां करीब 200 साल पुराना यह मंदिर 750 फीट ऊंची चोटी पर विराजमान भगवान शिव नर्मदेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। ऐसे तो झारखंड में केवल बाबाधाम की नगरी देवघर में ही भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियां स्थापित है।

लेकिन झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत श्री बंशीधर नगर में स्थित राजा पहाड़ी शिव मंदिर के समीप पहाड़ी के दूसरी चोटी पर नवनिर्मित मां पार्वती मंदिर में गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मां पार्वती की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। वाराणसी एवं श्री बंशीधर नगर के विद्वान पंडितों के द्वारा पूरे विधि विधान से मां पार्वती की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। तीन दिनों से चल रहे आध्यात्मिक कर्मकांड के बीच गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना व हवन के साथ सम्पन्न हो गया।

माता पार्वती की सोलह सिंगार के बाद मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ मंदिर में स्थापित की गई। माता पार्वती के मंगला आरती किया गया। प्राण प्रतिष्ठा के बाद शिव मंदिर एवं मां पार्वती मंदिर को एक साथ गठबंधन कर जोड़ दिया गया। तत्पश्चात मां पार्वती के दर्शन पूजन के लिये श्रद्धालु भक्ति की शक्ति में लीन हो गए। माता पार्वती के दर्शन के लिए भक्तों का आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ी। वहीं श्रद्धालुओं के हर हर महादेव..ओम नमः शिवाय.. जय भोलेनाथ व माता रानी के उद्घोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया। इसके पूर्व मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तीन दिनों तक विशेष पूजा अर्चना की गई। 12 घंटे का अखंड कीर्तन के बाद महाभंडारा का आयोजन किया गया।

मां अनपूर्णा पार्वती जी का प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य यजमान धुरकी मोड निवासी अजय कुमार गुप्ता के पुत्र रितेश कुमार तथा उनकी पत्नी शालिनी देवी ने किया। उनके सहयोग से माता पार्वती की मूर्ति, तीन दिनों का पूजा अनुष्ठान व महाभंडारा का आयोजन किया गया। जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया। यहां बता दें की झारखंड के देवघर में बाबा बैजनाथ धाम की नगरी के बाद दूसरा यह दूसरा मंदिर है जहां शिव मंदिर के ठीक सामने नवनिर्मित मां पार्वती की मंदिर में मां की प्रतिमा स्थापित की गई है।

कहा जाता है कि राजा पहाड़ी शिव मंदिर में सच्चे मन से मुराद मांगने वाले भक्तों की मुरादें पूरी होती है। श्रद्धालुओं के लिये यह मंदिर आस्था व विश्वास का केंद्र है। ऐसे तो राजा पहाड़ी शिव मंदिर में सालों भर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। लेकिन सावन माह में एक माह तक श्रावणी मेला लगता है जहां झारखंड के कोने कोने के साथ कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना जलाभिषेक कर मनवांछित फल की कामना करते हैं।

कार्यक्रम में ये थे मौजूद

मौके पर मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष सिद्धेश्वर लाल अग्रवाल, सचिव नंदलाल प्रसाद, नगर पंचायत के उपाध्यक्ष लता देवी, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष शैलेश कुमार चौबे, रवि प्रकाश, राजा पहाड़ी मंदिर के पुजारी रामचंद्र पाठक, गोपाल पाठक, गोविंद पाठक, शिवम पाठक, अश्विनी प्रसाद, अशोक कुमार, प्रतिष्ठित व्यवसाई वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी, रामानुज प्रताप देव, रामचंद्र विश्वकर्मा, कामेश्वर देव, कामेश्वर प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, कमलेश मेहता,वार्ड पार्षद नीरज कुमार, बबलू जायसवाल, अशोक मेहता, रामजी प्रसाद, मिंटू जायसवाल, राजू मेहता, सुमित कलवार, ओमप्रकाश कुमार, कामता प्रसाद,वार्ड पार्षद रंजन कुमार छोटू, अरुण जायसवाल,रजनीकांत मधुर उर्फ भोलू,अजीत कुमार गुरु,दयानंद कमलापुरी,सैलेंद्र कमलापुरी, रजत जायसवाल,बबलू कुमार,सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य रविकांत पाठक, सुधीर प्रसाद श्रीवास्तव,नंदलाल पाण्डेय,पिंटू सिंह,सतेंद्र प्रजापति, कृष्णा कुमार,अविनाश कुमार,नीति कुमारी,सलोनी कुमारी,सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।