एक ही प्लेन में पहले आगे पीछे बैठे थे तेजस्वी और नीतीश फिर तेजस्वी आ गए बगल में!चर्चाओं का बाजार गर्म
लोकसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है और सियासत सरकार बनाने को लेकर तेज हो गई है इसका मुख्य वजह है बताया जा रहा है कि। एनडीए के प्रमुख घटक दल भारतीय जनता पार्टी को महज 240 सीट मिला है जिसके कारण वह अकेले सरकार नहीं बना सकती है। जिसके लिए उसे कथित रूप से किंग मेकर तेलुगु देशम पार्टी के चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री पलटू कुमार उर्फ नीतीश कुमार के साथ-सा चिराग पासवान के समर्थन की जरूरत है। सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए एक ओर एनडीए की प्रमुख बैठक दिल्ली में आज आयोजित होने वाली है और दूसरी और 243 सीट लाने वाली इंडिया गठबंधन की भी दिल्ली में बैठक होने वाली है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाने वाली है।
एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए तेलुगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू भी दिल्ली निकल चुके हैं और जाने के पहले उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से एनडीए के साथ हैं।
दिल्ली में भी सियासी हलचल तेज हो गई है एक ओर इंडिया गठबंधन के नेता शरद पवार समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी और कई बड़ी नेता और इंडिया अलायंस के प्रमुख घटक दलों के नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं इसमें तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी की पार्टी के अभिषेक बनर्जी भी शामिल हैं।
एनडीए को समर्थन देने वाले में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी भी प्रमुख है उसके भी नेता चिराग पासवान पहले तो नीतीश कुमार के आवास अपने 5 सांसदों के साथ पहुंचे और उनसे मुलाकात की है। उसके बाद उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन एकजुट है। खबर है कि चिराग पासवान भी एनडीए की बैठक में शामिल होने दिल्ली रवाना होने के लिए निकल चुके हैं।
सभी की निगाहें अब बिहार के मुख्यमंत्री पलटू कुमार उर्फ नीतीश कुमार पर टिकी हुई है। इसी बीच खबर आ रही है कि जिस प्लेन में नीतीश कुमार सवार हैं उसी प्लेन में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव भी सवार हैं और खास बात यह है कि ठीक नीतीश कुमार के पीछे वाले सीट पर वह बैठे हुए हैं वैसे में 2 घंटे के सफर में कुछ भी हो सकता है अब यह खबर आ रही है कि नीतीश कुमार के बगल में तेजस्वी यादव बैठे हुए देखे गए इसका फोटो सोशल मीडिया पर दिखाई जा रही है।इसके कई राजनीतिक मायने दिखाए जा रहे हैं और चर्चाओं का बाजार गर्म हैं।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने नीतीश कुमार को मनाने के लिए तेजस्वी यादव को भेजा है। यदि कांग्रेस और तेजस्वी अपने मंसूबे में सफल हो जाते हैं तो एनडीए की सरकार बननी मुश्किल हो सकती है। हालांकि नीतीश कुमार ने दिल्ली आने के पहले पार्टी के सांसदों और नेताओं के साथ बैठक की है और जदयू के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने कहा है कि नीतीश कुमार कहीं नहीं जाएंगे एनडीए में है और एनडीए में ही रहेंगे।
चर्चा यह भी है कि एनडीए गठबंधन की सरकार तो बनने जा रही है लेकिन इसमें पेज है क्योंकि चंद्रबाबू नायडू नीतीश कुमार और चिराग पासवान समर्थन देने के बाद में बड़ी मांग जैसे बड़े मंत्रालय लोकसभा स्पीकर आदि की मांग कर सकते हैं। डिप्टी पीएम भी बनाए जाने की चर्चा है।
वैसी स्थिति में यदि एनडीए गठबंधन के बीच तालमेल नहीं होता है तो इंडिया गठबंधन भी ताल ठोकने के लिए तैयार रहेगी और उसके लिए उन्हें नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन की जरूरत है और वे इस दांव को खाली जाने नहीं देंगे।
बहरहाल सभी की निगाहें पलटी करने के लिए विख्यात नीतीश कुमार पर है और किंग मेकर चंद्रबाबू नायडू पर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब देखना है एनडीए की बैठक पहले होने वाली है उसमें क्या होता है उसके बाद ही इंडिया गठबंधन की भी बैठक होने वाली है। वैसे भी राजनीति में कुछ भी कहना मुश्किल है। एवरीथिंग इस पॉसिबल।
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