रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के विशेष विधानसभा सत्र में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है और जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो कथित घोटाले के जमीन के कागजातों पर हमारा नाम दिखाएं। राजनीति छोड़ दूंगा। ईडी के जरिए मुझे निगलने की कोशिश की गई। घोटाले में नाम हुआ तो झारखंड ही छोड़ दूंगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आप करें तो वाह वाह और हम करें तो गुनाह। उन्होंने कहा कि गैर कानूनी काम केंद्रीय एजेंसियों से सीखें। कानून के अंदर रहकर गैर कानूनी काम हो रहा है वर्षों से झारखंड पर उनकी गिद्ध नजर है।
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देश में पहली बार मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हो रही है। जब भी हक मांगा इन्होंने हंसी उड़ाई। अब आदिवासी अल्पसंख्यक दलित सुरक्षित सुरक्षित नहीं है।
मेरा हवाई जहाज में चलने से इन्हें तकलीफ होती है।बीएमडब्ल्यू कर में घूमने से भी इनको दिक्कत होती है।
उन्होंने कहा कि कुछ भी कर लो सर झुका कर चलना नहीं सीखा। यह नहीं चाहते आदिवासी तरक्की करें आंसू नहीं बहाउंगा। वक्त के लिए बचा कर रखूंगा। मुझे जेलभर भेज कर उनके मन सुबह सफल नहीं होंगे ।उनके षड्यंत्र का जवाब वक्त आने पर दिया जाएगा घोटाला साबित हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा आप साबित करें जमीन मेरे नाम पर है अगर हिम्मत है तो कागज दिखाएं राजनीति छोड़ दूंगा।
घोटाले बाजों के खिलाफ ईडी सीबीआई आईटी ने कुछ नहीं किया। ईडी ,सीबीआई ,आईटी बे गुनाहों पर अत्याचार कर रही है।
ईडी के जरिए मुझे निगलने की कोशिश की गई। बहुत बड़ी लड़ाई है।डर कर नहीं छोडूंगा समय आया तो षड्यंत्र का जवाब दिया जाएगा। पहली बार किसी सीएम की गिरफ्तारी हुई।गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी हूं इसलिए निशाना बनाया आदिवासी दलित के साथ यही होगा इनको आदिवासी दलित से घृणा है। आरोप साबित हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा मैंने अभी तक हार नहीं मानी है।