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केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पर एफआईआर,इसी ने 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा

On: November 4, 2025 4:57 PM
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पटना:बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 6 नवंबर से शुरू होने वाला है इसके पूर्व से बिहार की सियासत पूरी तरह गर्म है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन पर गंभीर आरोप लगे हैं जिसमें उन्होंने एक नेता को वोटिंग के दिन पैक करने के बाद कभी थी। इसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और चुनाव आयोग ने उनसे 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है

मामला मोकामा विधानसभा क्षेत्र का है जहां चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने एक विवादित बयान दिया था. इस बयान में ललन सिंह ने एक नेता को वोटिंग के दिन घर में पैक करने की बात कही थी, जो कि गंभीर आरोपों की श्रेणी में आता है.

क्या है पूरा मामला?
जिला प्रशासन, पटना द्वारा वीडियो निगरानी टीम के फुटेज की जांच के बाद यह मामला सामने आया. जांच के आधार पर ललन सिंह के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. यह कार्रवाई चुनाव आयोग की निगरानी और कानून की पालना सुनिश्चित करने की दिशा में की गई है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है और जल्द ही तथ्यों का खुलासा होने की संभावना है.

ललन सिंह ने संभाली प्रचार की जिम्मेदारी
मोकामा में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद ललन सिंह ने उनके चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी. इस दौरान उन्होंने जनता से कहा कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्होंने पूरी जिम्मेदारी ले ली है. अनंत सिंह की गिरफ्तारी उनके द्वारा निभाए गए राजनीतिक दायित्व और स्थानीय सत्ता में उनकी मजबूती से जुड़ी है. बताया जा रहा है कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी दुलारचंद यादव हत्या मामले से संबंधित थी.

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें
बिहार में चुनाव दो चरणों में आयोजित होंगे. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी. इसके बाद चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. चुनाव से पहले दर्ज FIR और राजनीतिक विवादों ने माहौल और भी गर्म कर दिया है, और सभी दलों के लिए यह चुनाव रणनीति और कानून पालन दोनों की परीक्षा साबित होगा.

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ FIR का मामला यह दर्शाता है कि चुनावी समय में राजनीतिक नेताओं को कानून और आचार संहिता का पालन करना अत्यंत आवश्यक है. प्रशासन और चुनाव आयोग की निगरानी सुनिश्चित कर रही है कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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