सिल्ली : गुरुवार को सिल्ली के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय और आरटीसी पब्लिक स्कूल सिंगपुर में खुशी क्लास का आयोजन हुआ। विद्यालय की वार्डन चंद्रिका कुमारी ने कार्यक्रम का संचालन किया। लाइफ केयर हॉस्पिटल, रांची और खुशी क्लास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खुशी क्लास को संबोधित करते हुए खुशी क्लास के संस्थापक मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि मुश्किल और झंझावत का मुकाबला आप कभी भी तनाव में रहकर नहीं कर सकते। तनाव मुश्किलों को और बढ़ा देती है। खुशी-सकारात्मकता में इतनी ताकत है कि यह आपको हर झंझावतों से उबार कर मंजिल तक पहुंचा देगी। चौहान ने सकारात्मकता को स्थापित करती एक कहानी भी सुनाई– मनोज और श्याम, दोनों फैक्ट्री संचालक थें। दोनों की फैक्ट्री एल्मुनियम के समान बनाते थें। श्याम की फैक्ट्री का टर्नओवर मनोज की फैक्ट्री से बहुत ज्यादा था। मनोज की नजर हमेशा श्याम की फैक्ट्री पर रहता। सोचता रहता- वह भी वही सामान बनाता है, जो में बनाता हूं ; फिर उसका टर्नओवर ज्यादा क्यों होता है। यह सोच-सोच कर अंदर से कुढ़ता रहता। एक बार वह बौद्धिक सेमिनार में गया। वहां बौद्धिक प्रवक्ता ने सभा में कहा- आप सभी ” विश्व ” पर 10 मिनट में निबंध लिखें। सभी ने लिखना शुरू किया। कुछ 3 मिनट में रुक कर सोचने लगते, कुछ 6-7, मिनट में रुक जाते। कुछ सिर झुकाए बिना रुके 10 मिनट तक लिखते चले गएं। 10 मिनट के बाद बौद्धिक प्रवक्ता ने बीच में रुकने वाले लोगों से पूछा- आप लिखते-लिखते रुक क्यों गएं। लोगों ने कहा- दिमाग में एकबारगी जितना आया, लिख दिया। फिर सोचना पड़ा कि अब क्या लिखूं। जो लगातार 10 मिनट तक लिखते गएं, उन्होंने कहा- जब दिमाग में फुल स्टॉक था ही, तो फिर रुकता क्यों ? लिखता चला गया। अब बौद्धिक प्रवक्ता बोलें- कुछ समझें ! सभी को पहले खुद से प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। अपने अंदर का बेस्ट निकाल लें, तब सामने नजर दौड़ाएं ; सकारात्मक राह खुद दिखेगी। लेकिन खुद को बिना नापे-तोले किसी से भी प्रतिस्पर्धा करेंगे, असफल ही होंगे। सफलता का मूलमंत्र- “ आई एम द बेस्ट “।
अंत में लाइफ केयर हॉस्पिटल, रांची के खुशी दूत संदीप शाह ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए आयुष्मान भारत की सार्थकता पर भी प्रकाश डाला। इस मौके पर
प्रनाध्यापक तुलसी महतो, सुषमा देवी,
धर्मेद्र पांडे ,शिव चरण महतो,बिरेंद्र कुमार, कस्तूरबा विद्यालय के चंद्रिका कुमारी समेत काफी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थी।
खुशी-सकारात्मकता आपको योद्धा बनाता है, हर जंग जीत जाते हैं आप : चौहान
- Advertisement -