समाज को आगे बढ़ाने के लिए सदस्यों से सामाजिक कुरीतियों का उन्मूलन करने का आवाह्न
झारखंड वार्ता
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– ब्याहुत कलवार समाज श्री बंशीधर नगर की ओर से रविवार को शहर के चचेरिया स्थित अलका मैरिज हॉल में आराध्य देव श्री बलभद्र भगवान की जयंती व पूजन समारोह बड़े हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलदेवता भगवान बलभद्र की प्रतिमा के पूजन-हवन से हुआ। जहां राजा पहाड़ी शिव मंदिर के विद्वान पंडित रामचंद्र पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सम्पन्न कराया। इस अवसर पर मुख्य यजमान के रुप मे डॉ संतोष कुमार एवं पत्नी प्रीति सागर ने भगवान बलभद्र की पूजा अर्चना की। भजन आरती एवं प्रतिमा पूजन के उपरांत श्रद्धालूओ के द्वारा भगवान बलभद्र जी के प्रसाद का वितरण किया गया। इसके बाद सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों समाजसेवी चन्द्रशेखर प्रसाद, पूर्व खाद आपूर्ति पदाधिकारी जोखू प्रसाद,पूर्व प्रधानाध्यापक विद्या सागर को अंगवस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात स्वजातीय परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमे मौजूद लोगों ने अपने अपने विचार को रखकर कलवार समाज के उत्थान पर प्रकाश डाला। साथ ही कलवार समाज को और मजबूत बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। वक्ताओं ने समाज की मजबूती और एकजुट पर बल दिया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित समाजसेवी चन्द्रशेखर प्रसाद ने कहा की भगवान बलभद्र का मुख्य अस्त्र हल एवं मूसल है, ऐसे में इनका पूजा कृषक समाज के लिए अहम हो जाता है। कलवार समाज का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। यह समाज हजारों वर्ष पहले भगवान बलभद्र के कुल खानदान के हैं।

कलवार समाज का राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान है इसे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने समाज को एक सूत्र में बांधने की जरूरत पर बल दिया। मेल भाव से रहने की जरूरत पर बल दिया गया। व्यक्ति को सोचने की जरूरत व छोटी-छोटी बातों को भुलाकर समाज के युवाओं को आगे बढ़ाने पर बल देने को कहा गया। श्री शेखर ने कहा कि समाज के अत्यंत गरीब एवं मेधावी छात्र का शिक्षा दीक्षा का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की।
पूर्व प्रधानाध्यापक सीताराम जायसवाल ने कहा की यह समाज व्यवसाय से भले ही जुड़ा हुआ है लेकिन सामाजिक और राष्ट्रीय नवनिर्माण में हमेशा से अपना योगदान देता रहा है। इस समाज के लोग दुनिया में जहां भी कहीं है, समाज के विकास के लिए न सिर्फ चिंतित रहते हैं बल्कि उनके विकास के लिए प्रयत्नशील भी रहते हैं। अगर किसी की मदद की जरूरत पड़े, तो पूरा समाज एक सूत्र में बांधकर उसे मदद करें।

पूर्व मुखिया अजय प्रसाद ने कलवार समाज का आवाहन करते हुए कहा कि अगर अपनी प्रगति सैकड़ो वर्षों के लिए करना है, तो सबसे पहले समाज के लिए काम करना होगा। अगर अपना समाज एकजुट रहेगा, तभी राजनीतिक दलों में अपना परिचय से बढ़ेगा। उन्होंने उपस्थित लोगों से समाज व धर्म की रक्षा के लिए आगे आने की अपील की।
विद्यासागर प्रसाद ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए सदस्यों से सामाजिक कुरीतियों का उन्मूलन करने का आवाह्न किया। उन्होंने समाज के सदस्यों से सामूहिक विवाह, संगठन की मजबूती के लिए होने वाले सम्मेलन और अधिकारों की प्रति के लिए किए जाने वाले संघर्ष में बढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। उन्होंने समाज की वर्तमान परिपेक्ष्य में आई जागरूकता की चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक सम्मेलन से समाज के लोगों में आपस में परिचय बढ़ता है। शादी विवाह के लिए वर वधु की खोज में खर्च होने वाले पैसे की बचत होती है। शिक्षा के सामाजिक और मानसिक रूप से मजबूती मिलती है।

कार्यक्रम को संबोधन करने वाले वक्ताओं में कामता प्रसाद, अजय प्रसाद मुखिया जी, रवि प्रकाश, राजकुमार प्रसाद,रुपेश कुमार पप्पू, युवा कलवार समाज के सचिव नीरज कुमार, मुखिया वीरेंद्र प्रसाद आदि का नाम शामिल है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक देवशंकर प्रसाद ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन अश्विनी कुमार में की। कार्यक्रम के अंत में महाप्रसाद का वितरण किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण कर धन्य हुए।
मौके पर डॉ ओमप्रकाश, अजय प्रसाद गुप्ता, अरविंद प्रसाद,अमरेंद्र प्रसाद, मंटू प्रसाद, विनय प्रसाद, रामू प्रसाद, भारत भूषण प्रसाद, अशोक कुमार, संतोष प्रसाद, ईश्वरी प्रसाद, बहादुर प्रसाद, शुभम कुमार, हीरा प्रसाद, पंकज कुमार, नित्यानंद कुमार, रितेश कुमार, नंदकिशोर प्रसाद, रामचंद्र प्रसाद, विभा जायसवाल, नीतू रानी, रंजना देवी, सहित बड़ी संख्या में महिला व पुरुष उपस्थित थे।