Operation Sankalp: छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सरहद पर स्थित कर्रेगुट्टा पहाड़ में सुरक्षाबलों ने “ऑपरेशन संकल्प” के तहत 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। ऑपरेशन के दौरान IED विस्फोटों में छह जवान घायल हुए हैं, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं।
पुलिस का दावा है कि यह कार्रवाई नक्सलियों की सबसे ताकतवर सैन्य शाखा ‘बटालियन नंबर 1’ के खिलाफ की गई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह ऑपरेशन 21 अप्रैल को शुरू हुआ था। इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), बस्तर फाइटर्स, स्पेशल टास्क फोर्स (STF), सीआरपीएफ और कोबरा कमांडोज़ की संयुक्त भागीदारी रही। करीब 28,000 जवानों ने इस कार्रवाई में हिस्सा लिया और अब तक करीब 35 मुठभेड़ें हो चुकी हैं।
यह अभियान तेलंगाना राज्य समिति और माओवादियों की ‘बटालियन नंबर 1’ को निशाना बनाकर चलाया गया। कर्रेगुट्टा पहाड़ी इलाका इस बटालियन का प्रमुख ठिकाना था। खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने इस क्षेत्र को घेरा और गहन सर्च ऑपरेशन चलाया।
बीजापुर पुलिस के अनुसार, अब तक 31 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें से 20 की पहचान हो चुकी है और 11 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। बाकी शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। बताया जा रहा है कि 3 अप्रैल को एक महिला माओवादी भी मारी गई थी जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। इस ऑपरेशन के पहले चरण में 24 अप्रैल को तीन महिला माओवादी मारी गई थीं। इस दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्री भी बरामद की गई थी।
अधिकारियों के अनुसार अब तक सैकड़ों माओवादी ठिकानों और बंकरों को ध्वस्त किया जा चुका है। ऑपरेशन के दौरान 400 से अधिक IED, करीब 40 हथियार और दो टन से ज्यादा विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। इसके साथ ही खाद्य सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी मिली हैं।