मझिआंव (गढ़वा): मझिआंव थाना क्षेत्र के करमडीह गांव निवासी नंदू राम के 40 वर्षीय पुत्र तथा सीआरपीएफ के जवान अंगद कुमार का निधन जम्मू-कश्मीर में इलाज के दौरान हो गया। बुधवार की देर शाम उनका पार्थिव शरीर जब पैतृक आवास लाया गया, तो अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया और परिजनों के बीच चीख-पुकार मच गई।
गुरुवार की सुबह अंतिम संस्कार से पूर्व सीआरपीएफ 172 बटालियन के असिस्टेंट कमांडर अमित किशोर के नेतृत्व में जवानों ने शहीद के सम्मान में फ्लैग मार्च किया। इसके बाद पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर अंतिम सलामी दी गई। जवानों ने परंपरागत रूप से तीन राउंड फायर कर शहीद अंगद कुमार को नम आंखों से विदाई दी।
इस दौरान भारी संख्या में स्थानीय लोग शव यात्रा में शामिल हुए और हर किसी की आंखें नम थीं। विदित हो कि शहीद अंगद कुमार जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ की 237वीं बटालियन में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर उनका इलाज चल रहा था, जहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
शहीद अपने पीछे मां, पिता, पत्नी और एक पुत्र सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
मझिआंव: सीआरपीएफ जवान अंगद कुमार को दी गई अंतिम सलामी, जम्मू-कश्मीर में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद हुआ था निधन














