कोच्चि: केरल के तट से कुछ दूरी पर अरब सागर में एक लाइबेरियन झंडे वाला कंटेनर जहाज ‘MSC Elsa 3’ अचानक समुद्र में बुरी तरह झुक गया। विझिनजाम बंदरगाह से कोच्चि की ओर जा रहे इस जहाज ने कोच्चि तट से महज 38 समुद्री मील पहले 26 डिग्री तक झुकने की खतरनाक स्थिति की सूचना दी। जिसके बाद इंडियन कोस्टगार्ड (भारतीय तटरक्षक बल) ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। जहाज पर कुल 24 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से 21 को सुरक्षित बचा लिया गया। बचाव कार्य के दौरान तीन वरिष्ठ अधिकारी जहाज के कप्तान, मुख्य अभियंता और द्वितीय अभियंता, जहाज पर मौजूद रहे ताकि बचाव कार्य में सहयोग कर सकें। बाद में तीनों सदस्य जहाज छोड़कर समुद्र में कूद गए, जिन्हें भारतीय नौसेना के जहाज ‘आईएनएस सुजाता’ ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जहाज के 24 सदस्यीय चालक दल में एक रूसी (कप्तान), 20 फिलीपीनी, दो यूक्रेनी और एक जॉर्जियाई नागरिक शामिल हैं।
इंडियन कोस्टगार्ड ने बयान में कहा, ”25 मई की सुबह, एमएससी ईएलएसए 3 (MSC Elsa 3) तेजी से झुका और पलटकर डूब गया।” बयान में कहा गया जहाज पर रखे 640 कंटेनरों में से 13 में रासायनिक रूप से संवेदनशील सामग्री थी, जबकि 12 कंटेनर कैल्शियम कार्बाइड से भरे हुए थे। आईसीजी ने कहा, ”जहाज के टैंकों में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल था।” इंडियन कोस्टगार्ड ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों से लैस जहाज ‘सक्षम’ को मौके पर भेजा गया है ताकि तेल रिसाव जैसी किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। विमान द्वारा तेल रिसाव की पहचान करने वाली उन्नत तकनीक की मदद से स्थिति का आकलन किया जा रहा है। फिलहाल किसी भी प्रकार के तेल रिसाव की पुष्टि नहीं हुई है।
इंडियन कोस्टगार्ड और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ शिपिंग मिलकर इस पूरी स्थिति को संभालने में लगे हैं। जहाज के प्रबंधकों को आदेश दिया गया है कि वे तत्काल सेल्वेज सर्विस शुरू करें ताकि जहाज को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि यदि समुद्र तट पर कोई तेल, कंटेनर या संदिग्ध सामान बहकर आता है, तो उसे हाथ न लगाएं. ये खतरनाक हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचित करें।