मंगल कालिंदी की वि०स० चुनाव में उम्मीदवारी रद्द होगी! जाने क्यों
एफआईआर दर्ज करने और उम्मीदवारी रद्द करने की मांग
जमशेदपुर; झारखंड मुक्ति मोर्चा के जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी कि इस बार के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी खतरे में नजर आ रही है। इसका वजह बताया जा रहा है कि पहले तो कथित रूप से उन्होंने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद शिलान्यास किया था। जिसकी शिकायत भारतीय जनता पार्टी के नेता अंकित आनंद ने चुनाव आयोग तक पहुंच गई थी और चुनाव आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश जारी किए हैं।वहीं दूसरी ओर फिर से एक बार विधायक मंगल कालिंदी पर गंभीर आरोप लगा है जिसमें उनके खिलाफ चुनावी हलफनामे में जो उम्र दर्शाया है। वह गलत देने का आरोप लग रहा है। इसके खिलाफ भी भाजपा नेता अंकित आनंद ने चुनाव आयोग को लिखा है और चुनाव आयोग ने भी मामले को त्वरित संगम लेते हुए प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए हैं। जिससे यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो विधायक मंगल कालिंदी की उम्मीदवारी खतरे में पड़ सकती है!
प्राप्त जानकारी के अनुसार जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी श्री मंगल कालिंदी के खिलाफ झूठा और जाली हलफ़नामा दायर करने के मामले में भारत निर्वाचन आयोग और झारखंड राज्य चुनाव आयोग ने त्वरित संज्ञान लिया है। भाजपा नेता अंकित आनंद द्वारा दी गई शिकायत पर चुनाव आयोग ने प्रारंभिक जाँच के आदेश जारी किए हैं और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
शिकायत के मुताबिक मंगल कालिंदी ने 2019 और 2024 के विधानसभा चुनावों में अपने हलफ़नामे में उम्र को अलग-अलग दर्शाया है। वर्ष 2019 में उन्होंने अपनी उम्र 42 वर्ष बताई थी, जबकि 2024 के हलफ़नामे में उनकी उम्र 51 वर्ष बताई गई है। यह 5 सालों में उम्र में 9 वर्ष की वृद्धि असंभव प्रतीत होती है, जिससे मामला अत्यंत संदेहास्पद बन गया है।
अंकित आनंद ने नामांकन रद्द करने और एफआईआर दर्ज करने की मांग की
शिकायतकर्ता और भाजपा नेता अंकित आनंद ने इस गंभीर मामले में मंगल कालिंदी के नामांकन को तत्काल रद्द करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि श्री कालिंदी ने निर्वाचन आयोग और जनता को जानबूझकर गुमराह किया है, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 125 (क-ii) के अंतर्गत एक गंभीर अपराध है। अंकित आनंद ने श्री कालिंदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की है।
जिला निर्वाची पदाधिकारी अनन्या मित्तल ने दिए जांच के आदेश
सियासत में खलबली
इस मामले ने स्थानीय राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। भाजपा नेता अंकित आनंद की शिकायत के बाद जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में यह मुद्दा चुनावी चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है। अब देखना यह है कि चुनाव आयोग की जाँच में क्या नतीजे सामने आते हैं और मंगल कालिंदी पर आगे क्या कार्रवाई होती है।
इसके पूर्व अंकित आनंद ने आचार संहिता उल्लंघन का लगाया था आरोप
इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी नेता अंकित आनंद में विधायक मंगल कालिंदी पर आचार संहिता का आरोप लगाया था। जिसकी शिकायत भी उन्होंने चुनाव आयोग तक भेजी थी जिस पर भी जांच चल रही है।। जिसके कारण यह मामला चर्चा में है।भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जो व्यक्ति चुनाव प्रक्रिया में इस तरह की धोखाधड़ी करता है, उसे चुनाव लड़ने से तुरंत अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।
बहरहाल स्थिति में अब गेंद चुनाव आयोग के पाले में हैं जांच के बाद उनका फैसला मंगल कालिंदी के भाग्य पर निर्भर करेगा।
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