खूंटी। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ओल्ड एज होम में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व से अवगत कराना और बेहतर मानसिक स्थिति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करना था।
शिविर में डालसा सचिव राजश्री अपर्णा कुजूर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहना हमारे जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “हम जहां भी रहें, वहां परिवार की तरह रहना सीखें। जरूरी नहीं कि केवल अपना घर या गांव ही अपना हो, बल्कि हमें अपने व्यवहार, विचार और आसपास के माहौल को भी अपनापन देना चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि जीवन में खुश रहना और सकारात्मक सोच बनाए रखना मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है।
कार्यक्रम के दौरान राजश्री कुजूर ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाए जाने के इतिहास की जानकारी भी साझा की और बताया कि इस दिवस का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ाना है ताकि लोग बिना झिझक इसके बारे में बात कर सकें और जरूरत पड़ने पर मदद ले सकें।
इस अवसर पर पैनल अधिवक्ता मदन मोहन राम, अश्विनी कुमार, नेली कोनगाड़ी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और समाज में सहयोगपूर्ण वातावरण बनाए रखने का संकल्प लिया।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर खूंटी के ओल्ड एज होम में जागरूकता शिविर, जीवन में सकारात्मक सोच अपनाने पर दिया गया जोर

By NitikaSingh
On: October 10, 2025 7:25 PM

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