Pakistan Train Hijack: पाकिस्तानी सेना ने हाइजैक ट्रेन से छुड़ाए 104 बंधक, 16 BLA लड़ाके ढेर; 30 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत

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Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया और 214 पाकिस्तानी नागरिक को बंधक बना लिया। बंधकों में सेना के जवान, अर्धसैनिक बल, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल हैं। बीएलए ने दावा किया है कि पाकिस्तान के 30 से ज्यादा सैनिकों को मारा जा चुका है। वहीं मीडिया रिपोर्ट में 104 बंधकों की रिहाई की बात सामने आई है।

हाईजैक हुई ट्रेन में अभी भी बंधक बनाए गए 100 से अधिक लोगों की जिंदगियां कैद में है। बीएलए ने पाकिस्तान की जेल में बंद बलूच कैदियों की रिहाई के लिए शहबाज शरीफ सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। हालांकि, इस घटनाक्रम पर अभी तक पाकिस्तानी सेना-पुलिस ने आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। 18 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी पाकिस्तानी सेना ट्रेन में सवार सभी लोगों को बीएलए के कब्जे से छुड़ाने में नाकाम रही है। पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में 400 से ज्यादा यात्री सवार थे। ट्रेन बलूचिस्तान के इलाके में एक टनल में घुसी, तभी बलूच विद्रोहियों ने उस पर हमला बोल दिया और ट्रेन को कब्जे में ले लिया।पाकिस्तानी शासन के दमन और राजनीतिक रूप से हाशिए पर धकेले जाने का नतीजा ही है कि बलूचिस्तान में लोग अलगाववाद में लिप्त हैं। इसके जवाब में पिछले कुछ वर्षों में कई बलूच अलगाववादी समूह उभरे हैं, जो पाकिस्तानी सेना के खिलाफ राजनीतिक हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) सहित इन समूहों का टारगेट बलूचिस्तान के लिए अधिक पूर्ण स्वतंत्रता हासिल करना है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे बड़ा बलूच अलगाववादी समूह है और बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग करते हुए दशकों से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है। BLA को पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश “आतंकवादी संगठन” मानते हैं। यह समूह बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों, सरकारी इमारतों और चीनी सेना और उसके वर्कर्स को टारगेट करते हुए कई हमले किए हैं। हाल के वर्षों में जब से यहां चीन का प्रभाव बढ़ा है, तब से BLA ने हमले तेज कर दिए हैं। बीएलए, कई सुसाइड अटैक और बड़े हमलों के लिए भी जिम्मेदार रहा है।

पाकिस्तानी शासन के दमन और राजनीतिक रूप से हाशिए पर धकेले जाने का नतीजा ही है कि बलूचिस्तान में लोग अलगाववाद में लिप्त हैं। इसके जवाब में पिछले कुछ वर्षों में कई बलूच अलगाववादी समूह उभरे हैं, जो पाकिस्तानी सेना के खिलाफ राजनीतिक हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) सहित इन समूहों का टारगेट बलूचिस्तान के लिए अधिक पूर्ण स्वतंत्रता हासिल करना है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे बड़ा बलूच अलगाववादी समूह है और बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग करते हुए दशकों से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है। BLA को पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश “आतंकवादी संगठन” मानते हैं। यह समूह बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों, सरकारी इमारतों और चीनी सेना और उसके वर्कर्स को टारगेट करते हुए कई हमले किए हैं। हाल के वर्षों में जब से यहां चीन का प्रभाव बढ़ा है, तब से BLA ने हमले तेज कर दिए हैं। बीएलए, कई सुसाइड अटैक और बड़े हमलों के लिए भी जिम्मेदार रहा है।