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अजीत कुमार रंजन

बिशुनपुरा(गढ़वा):- पीएचडी विभाग की उदासीन रवैया अब बिशुनपुरा प्रखंड के लोगों के सिर से ऊपर चढ़ता जा रहा है और पीएचडी विभाग तथा इसके संवेदकों के लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना कार्य की चर्चा अब हर चौक चौराहा पर लोग करते थक नही रहे हैं। लगभग 45 करोड़ की लागत से शुरू हुई पीएचडी विभाग की जल नल योजना शुरू होने से पहले ही छिन्न भिन्न अवस्था में पहुंचने को बेबस हैं। वहीं लोग स्वच्छ पानी मिलने के इंतजार में दो साल की गर्मी की मौसम को झेल चुके है और वहीं तीसरा साल का गर्मी का मौसम भी दस्तक दे ही चुका है। इसके बावजूद पीएचडी विभाग के संवेदक बिना पानी वाले डीप बोर किए जल मीनार को सौंपने  में और पानी वाले डीप बोर को औने पौने दाम में बेच कर पैसा की उगाही करने में व्यस्त हैं। विदित हो की पिछले कई सालों से पीएचडी विभाग नल जल योजना के तहत बिशुनपुरा प्रखंड क्षेत्र में नल जल लगाने हेतु जलमीनार और डिप बोर का कार्य कर रहा  है पर पिछले 3 सालो से अब तक एक भी जल मीनार पूरा न किए जाने और बीना बोर में पानी के भी जल मीनार स्थापित कर दिए जाने का लोग विरोध कर रहे हैं।

इस पर ब्लॉक प्रमुख दीपा कुमारी ने भी कुछ दिन पहले नाराजगी जाहिर कर चुकी है और जन आक्रोश का सामना करने का चेतावनी पीएचडी विभाग और संवेदक को दे चुकी है। इसके बावजूद अभी तक विभाग मौन है। इस पर कई ग्रामीणों जैसे बलराम साह, रामातार पासवान, मुंद्रिका पासवान, विजय पासवान, सीताराम पासवान को जल मीनार से सबंधित कार्यों की अनियमितता के खिलाफ आवाज उठाने पर संवेदक के कर्मियों द्वारा अपने दायरे में रहने की धमकी दी जा रही है।

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