---Advertisement---

राजस्थान सीएम भजनलाल को फिर एक बार जान से मारने की धमकी, पुलिस का दौसा जेल में रेड, एक गिरफ्त में

On: February 22, 2025 7:08 AM
---Advertisement---

राजस्थान:राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा को फिर से एक बार जेल से ही धमकी मिलने की खबर आ रही है। इस धमकी के बाद पुलिस एक्टिव हुई और दौसा जेल में रेड डाली। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शुक्रवार देर रात जयपुर कंट्रोल रूम में फोन आई थी। इसके बाद इस नंबर की लॉकेशन ट्रेस की गई तो वो दौसा के श्यालावास में स्थित विशिष्ट जेल की निकली. इसकी जानकारी तुरंत दौसा पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद 4 थानों के पुलिस जाप्ते के साथ-साथ अधिकारी जेल में पहुंच गए. करीब 100 से अधिक जवानों देर रात वहां तलाशी अभियान चलाया और धमकी देने वाले को पकड़ लिया.नांगल डिप्टी एसपी चारूल गुप्ता ने बताया, ‘पोक्सो एक्ट में सजा काट रहे रिंकू रडवा ने शुक्रवार को जयुपर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी. पुलिस ने आरोपी को डिटेन कर लिया है. साथ ही धमकी के लिए इस्तेमाल किया गया फोन भी जब्त कर लिया है. आरोपी रिंकू वर्ष 2022 से इस जेल में बंद है. उसके पास ये फोन कहां से आया और उसने धमकी क्यों दी, इन सभी जवालों के जवाब ढूंढने के लिए गहनता से जांच की जा रही है.’गौर करने वाली यह है कि पिछले साल जुलाई महीने में इसी जेल से सीएम को जान से मारने की धमकी भरा कॉल आया था. शुक्रवार रात दूसरी बार इसी जेल से उसी वारदात को दोहराया गया है. पिछली बार जिस आरोपी ने धमकी दी थी वो भी पोक्सो केस में आरोपी था. इस बार भी धमकी देने वाला पोक्सो केस का आरोपी है. पिछली धमकी के बाद पुलिस ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया था और 10 मोबाइल समेत पेन ड्राइव, चार्जर और अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किया था. पुलिस ने आश्वासन दिया था कि भविष्य में ऐसा कुछ नहीं होगा. लेकिन शुक्रवार रात दौसा जिले की श्यालावास जेल प्रदेशभर में फिर चर्चा में आ गई.

इसी जेल में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का भाई रूपिंद्रपाल सिंह, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारे सहित एक दर्जन से ज्यादा खूंखार अपराधी बंद हैं. लादेन नाम के कैदी और आनंदपाल गैंग के कैदियों के बीच चाय को लेकर विवाद पिछले साल इसी जेल में हुआ था. यह विवाद इतना बढ़ गया था कि कैदियों ने जेलर के साथ भी धक्का-मुक्की की और अपशब्द बोले थे. उस वक्त जैसे-तैसे करके जेल प्रशासन में मामले को शांत करवाया था, और कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की थी.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

Join WhatsApp

Join Now

और पढ़ें

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर सीएम हेमंत का केंद्र सरकार पर हमला बोले, उम्मीद की एक और किरण सलाखों के पीछे

सिद्धि पाने के चक्कर में कब्र खोदकर काट लिया गुरू का सिर, इलाके में मची दहशत

नहीं मिल रहा जीएसटी कटौती का लाभ तो सरकार ने जारी की टोल फ्री और व्हाट्सएप नंबर करें तुरंत कंप्लेंन

उत्तराखंड: काशीपुर में बिना अनुमति आई लव मोहम्मद जुलूस,पुलिस पर हमला व उपद्रव में एक्शन,मास्टरमाइंड समेत 7 गिरफ्तार

बिहार चुनाव से पूर्व EC का फिर बड़ा एक्शन,474 राजनीतिक दलों का रजिस्ट्रेशन खत्म! जानें क्यों

गैंगस्टरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की 58 ठिकानों पर रेड,50 लाख कैश, बुलेट प्रूफ स्कॉर्पियो,1.25 किलो सोना,चार पिस्तौल जप्त