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रांची: दूध उत्पादकों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में बढ़ोत्तरी, 66 हजार लोग होंगे लाभान्वित

On: July 11, 2024 1:46 AM
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रांची: माननीय मंत्री कृषि पशुपालन एवं सहकारिता, श्रीमती दीपिका पांडेय सिंह ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं के कार्यान्वयन एवं व्यय हेतु राशि की स्वीकृति प्रदान करते हुए यह निर्देश दिया कि इन योजनाओं का लाभ किसानों को जल्द से जल्द मिले ताकि, किसानों का समुचित विकास हो सके।

(1) दूध आपूर्तिकर्ताओं को प्रोत्साहन मूल्य :-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य योजनान्तर्गत झारखण्ड मिल्क फेडरेशन द्वारा संचालित दूध संग्रहण व्यवस्था में शामिल ग्रामीण दूध उत्पादकों को उनके द्वारा आपूर्ति किये जा रहे दूध के लिए फेडरेशन द्वारा भुगतान मूल्य राशि के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा पूर्व में रु 3 प्रति लीटर की दर से प्रोत्साहन समर्थन राशि दी जाती थी। इस राशि को वर्तमान में बढ़ाकर रु 5 प्रति लीटर करने की स्वीकृति माननीय मंत्री ने दी है। इसके फलस्वरूप इस योजना हेतु रु 4745.00 लाख (सैंतालीस करोड़ पैंतालीस लाख) मात्र की स्वीकृति निर्गत की गयी। इस योजना से लगभग 66 हज़ार दूध उत्पादक लाभान्वित होंगे।

(2) RKVY: Rainfed Area Development:-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में केंद्रीय प्रायोजित RKVY योजनान्तर्गत Rainfed Area Development उपयोजना हेतु राज्यांश रु 366.66 लाख (तीन करोड़ छियासठ लाख छियासठ हज़ार रूपए) की राशि योजना के कार्यान्वयन एवं व्यय के लिए स्वीकृत की गयी। केन्द्रांश के रु 550.00 लाख (पांच करोड़ पचास लाख) को जोड़कर इस योजनान्तर्गत कुल रु 916.66 लाख (नौ करोड़ सोलह लाख छियासठ हज़ार) की राशि कार्यान्वयन एवं व्यय के लिए स्वीकृत की गयी।

(3) RKVY: Paramparagat Krishi Vikas Yojana:-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में केंद्रीय प्राजोजित RKVY योजनान्तर्गत परंपरागत कृषि विकास योजना  हेतु राज्यांश 132.66 लाख (एक करोड़ बत्तीस लाख छियासठ लाख रूपए मात्र) की राशि को स्वीकृति प्रदान की गयी। केन्द्रांश के रु 199.00 लाख (एक करोड़ निन्यानवे लाख) मात्र को जोड़कर इस योजनान्तर्गत कुल रु 331.66 (तीन करोड़ इकतीस लाख छियासठ हज़ार) की राशि कार्यान्वयन एवं व्यय हेतु SNA खाते में हस्तांतरित करने की स्वीकृति प्रदान की गयी ।

(4) प्रसार एवं कौशल विकास योजना :-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रशिक्षण प्रसार एवं कौशल विकाश योजना के तहत दुग्ध उत्पादकों, ग्रामीण युवा, शिक्षित बेरोजगारों के प्रशिक्षण वर्कशॉप सेमिनार मेला एवं अन्य प्रदर्शनी प्रचार-प्रसार एवं अन्य कार्य के साथ प्रशिक्षण एवं प्रसार संस्थान,रांची एवं दुमका के सुदृढ़ीकरण की योजना के लिए कुल 595.00 (पांच करोड़ पंचानवे लाख) लाख मात्र के अनुमानित व्यय की योजना को स्वीकृति प्रदान की गयी।

(5) RKVY: Agro forestry :-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में RKVY योजनान्तर्गत Agro forestry उपयोजना हेतु रु 133.32 लाख (एक करोड़ तैंतीस लाख बत्तीस हज़ार) की राशि योजना के कार्यान्वयन एवं व्यय हेतु स्वीकृत्यादेश निर्गत किया गया है।

(6) पशु-पक्षी प्रक्षेत्रों:-

वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य योजनान्तर्गत 8 पशु-पक्षी प्रक्षेत्रों के सुदृढ़ीकरण के व्यय हेतु रु 100 लाख (1करोड़) की अनुमानित राशि की स्वीकृति प्रदान की गयी।

(7) राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्डः –

वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य योजनान्तर्गत राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड को बजट उपबंध के आलोक में कुल रु 333.34 लाख (तीन करोड़ चौंतीस लाख चौंतीस हज़ार मात्र के अनुदान की स्वीकृति प्रदान की गयी।

(8). मत्स्य विभाग में नियुक्ति नियमावली में संशोधन :-

पूर्व में बासा (Birsa Agricultural Students Association) के द्वारा आवेदन दिया गया था कि राज्य के मत्स्य विभाग में B.F.Sc डिग्री (प्रोफेशनल डिग्री) धारकों को ही नियुक्ति प्रदान की जाए ताकि राज्य में मछली पालन की अपार संभावनाओं का समुचित विकास हो सके। माननीय मंत्री महोदया ने इस आवेदन को संज्ञान में लेते हुए 10 जुलाई को छात्रों के हित में यह निर्णय लिया की भविष्य में मत्स्य विभाग की नियुक्ति में B.F.Sc डिग्री धारकों को एकमात्र पात्रता मानदंड के रूप में देखा जायेगा। इस सम्बन्ध में माननीय मंत्री ने कृषि सचिव को यह निर्देश दिया कि इसके आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करें।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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