धर्म समाज: नवरात्र के दूसरे दिन आस्था-भक्ति के साथ देवी ब्रह्मचारिणी की हुई पूजा-अर्चना,मंगल कामना की

ख़बर को शेयर करें।

शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने विभिन्न पूजा पंडालों अपने घरों एवं मंदिरों में जाकर देवी की आराधना की। इस दौरान शहर के विभिन्न देवी मंदिरों एवं पूजा पंडालो में सुबह से हीं लोगों की भीड़ लगी रही। पूजा-अर्चना के बाद घर एवं मंदिरों में दुर्गा सप्तशती की पाठ भी किया गया। साथ ही घर परिवार में सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की। वहीं विभिन्न पूजा पंडालों , घरों एवं मंदिरों में शाम के वक्त भी ज्‍योत जलाकर मां दुर्गा की आरती की। इसके अलावा मंदिरों में भी पंडितों ने मां दुर्गा का पूजन कर हवन किया। कर्मकांडी पंडित सोमेश्वर तिवारी ने बताया कि ब्रह्म का अर्थ है तपस्या व चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली देवी।

जय जगदंबा क्लब में पूजा अर्चना करते क्लब के कोषाध्यक्ष राहुल कुमार

मां के हाथों में अक्ष माला और कमंडल होता है। मां ब्रह्मचारिणी के पूजन से ज्ञान सदाचार लगन, एकाग्रता और संयम रखने की शक्ति प्राप्त होती है और व्यक्ति अपने कर्तव्य पथ से भटकता नहीं है। मां ब्रह्मचारिणी की भक्ति से लंबी आयु का वरदान प्राप्त होता है। कहा जाता है कि मां पूजा करने वाले भक्त जीवन में सदा शांत चित्त और प्रसन्न रहते हैं। उन्हें किसी प्रकार का भय नहीं सताता। या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। दधाना कर मद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा मंत्र के द्वारा देवी का अाह्वान किया जाता है। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति भक्ति भाव एवं श्रद्धा से दुर्गा पूजा के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हैं उन्हें सुख, आरोग्य की प्राप्ति होती है और मन प्रसन्न रहता है, उसे किसी प्रकार का भय नहीं सताता है। सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है।

कल देवी चंद्रघंटा की होगी आराधना

नवरात्र के तीसरे दिन मंगलवार को देवी के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा का पूजन किया जायेगा। देवी चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र नजर आता है। यही वजह है कि माता के भक्त उन्हें चंद्रघंटा कहकर बुलाते हैं। देवी चंद्रघंटा का वाहन सिंह होता है। मां की 10 भुजाएं, 3 आंखें, 8 हाथों में खड्ग, बाण आदि अस्त्र-शस्त्र हैं। इसके अलावा देवी मां अपने दो हाथों से अपने भक्तों को आशीष देती हैं। मां चंद्रघंटा की पूजा करने से मन के साथ घर में भी शांति आती है और व्यक्ति के परिवार का कल्याण होता है।

Video thumbnail
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सिल्ली कॉलेज के शासी निकाय की बैठक में हुए शामिल
01:16
Video thumbnail
हेमंत है तो हिम्मत है,!मखदुमपुर रेलवे क्रॉसिंग तालाबनुमा गड्ढे में लोग सरपट दौड़ा लेते हैं गाडियां
04:36
Video thumbnail
पिता के आशीर्वाद से तीसरी बार विधायक बने आलोक चौरसिया, पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले दिल की बात
02:41
Video thumbnail
जनजातीय गौरव वर्ष के तत्वाधन में लगाया गया शिविर
00:55
Video thumbnail
वज्रपात से हुई एक व्यक्ति की मौत, परिजनों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल
01:37
Video thumbnail
भूपेंद्र सुपर मार्केट के तत्त्वधान में हरैया गांव में फाइनेंस सेवा की शुरुआत
03:48
Video thumbnail
दुनिया का वो सबसे डरावना जंगल, जहां अंदर जाने के बाद नहीं लौट पाया कोई
02:34
Video thumbnail
बस और टेंपो में भिड़ंत, जिसमें की टेम्पु सवार सभी व्यक्ति हुए घायल
01:10
Video thumbnail
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में चमत्कार, विमान का लोहा तक गल गया, लेकिन मलबे से सुरक्षित मिली भगवद् गीता
01:27
Video thumbnail
और थाईलैंड से दिल्ली आ रही एयर इंडिया के विमान को बम से उड़ाने की धमकी, इमरजेंसी लैंडिंग
01:08
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img

Related Articles

- Advertisement -

Latest Articles