मॉस्को/नई दिल्ली: रूस से तेल खरीदने पर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को धमकी दी है और कहा कि भारत को ऐसा नहीं करना चाहिए। लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। इसी बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्ष के अंत तक भारत दौरे पर आने वाले हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इसकी पुष्टि की है, हालांकि दौरे की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है। पुतिन इस साल भारत आते हैं तो यह फरवरी 2022 में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू होने के बाद उनकी यह पहली भारत यात्रा होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2024 में दो बार रूस की यात्रा की थी। वे BRICS समिट के लिए 22 अक्टूबर को रूस गए थे। इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने दो दिन का रूस दौरा किया था। तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल रूस के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात की। डोभाल ने दोनों देशों के बीच मजबूत और हाई लेवल साझेदारी की सराहना की। यह यात्रा ऑपरेशन सिंदूर के बाद उनकी पहली मॉस्को यात्रा है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रूस-भारत संबंधों पर की गई टिप्पणियों के बीच काफी अहम मानी जा रही है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 6 दिसंबर 2021 को भारत की चार घंटे की यात्रा की थी, जिसमें भारत-रूस के बीच 28 समझौते, विशेषकर सैन्य और तकनीकी सहयोग से जुड़े, पर हस्ताक्षर हुए थे। दोनों देशों ने 2025 तक 30 अरब डॉलर के वार्षिक व्यापार का लक्ष्य तय किया था। अब यूक्रेन युद्ध के बाद पुतिन की संभावित भारत यात्रा से 2030 तक का नया आर्थिक रोडमैप तय होने की उम्मीद है। भारत और रूस सालाना द्विपक्षीय व्यापार को 60 अरब डॉलर से बढ़ाकर 100 अरब डॉलर से अधिक करने पर सहमत हुए हैं।