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ईमानदारी से की गई मेहनत सफलता दिलाती है

देशभक्ति के मायने सिर्फ ऊपरी आवरण नहीं है

जमशेदपुर :कला साहित्य एवं रंगमंच को समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती जमशेदपुर महानगर इकाई का किशोर आयाम तरूण प्रभा के तत्वावधान में मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के प्रेक्षागृह में चल रहे दो दिवसीय “तरुण फिल्मोत्सव” का 3 दिसंबर को दूसरा दिन विद्यार्थियों के लिए उद्देश्यपूर्ण रहा| अपने शहर के विभिन्न विद्यालयों के 450 विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं और अभिभावकों के देशप्रेम, संस्कार की भावना और भारत माता की जय और वन्देमातरम के उद्घोष से प्रक्षागृह गूंज रहा था|

फिल्मोत्सव में अध्यक्ष डॉ. रागिनी भूषण,कोल्हान विभाग प्रमुख श्री विजय भूषण, प्रांतीय संरक्षण श्री कन्हैयालाल अग्रवाल, श्रीमती डोरिस दास, डॉ. लक्ष्मी झा, श्रीमती अरुणा झा, श्री नीलाम्बर चौधरी, डॉ. सुधा गोयल नवीन, चित्रपट झारखंड के श्री नंदा कुमार सिंह, श्री कृष्ण मुरारी झा, श्रीमती अरुणा भूषण, श्रीमती स्मारिका मिश्रा, श्री अनुज प्रसाद के अलावे बड़ी संख्या में शहर के साहित्यकार एवं कलाकार उपस्थित थे|

फिल्मोत्सव में संत जेविर्यस इंग्लिश हाई स्कूल खासमहल, टंगराईन उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मदर तिरिसा विद्यालय गम्हरिया, मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, उच्च एवं मध्य विद्यालय लक्ष्मीनगर, रम्भा कॉलेज ऑफ एजुकेशन गीतीलता, डी. बी. एम. एस. बीएड कॉलेज, डी. ए. वी. कन्या उच्च विद्यालय सोनारी, स्कूल कॉलेज फॉर वीमेंस (ग्रेजुएट कॉलेज) एवं विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थिंयों ने देशभक्ति, सनातन संस्कृति, महापुरुषों, नैतिक मूल्यों, सामाजिक समरसता, चरित्र निर्माण, वीर-वीरांगनाओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित लघु फ़िल्में देखीं|

इस फिल्मोत्सव में दूसरे दिन आज लघु फ़िल्मों में- सुभाष चन्द्र बोस, ए. पी. जे. कलाम, आवरण, सिलवटें, सरहद, सरकारी बाबू, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल, परिश्रम एवं द डे आफ्टर का प्रदर्शन किया गया| लघु फिल्मों की श्रेणी में आज की सर्वश्रेष्ठ फिल्म आवरण रही- जिसमें एक बालिका अपने विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर अपने विद्यालय की पोशाक के जूते को रास्ते की धूल से बचाने के लिए अपने पैरों में प्लास्टिक बांधकर विद्यालय जाती है और इस फिल्म के माध्यम से बताया जाता है कि देशभक्ति के मायने सिर्फ ऊपरी आवरण नहीं है, बल्कि अपने हृदयतल से अपनी देशभक्ति को स्वीकार करना है| फिल्म परिश्रम के माध्यम से विद्यार्थियों ने जाना कि “ईमानदारी से की गई मेहनत हमेशा सफलता दिलाती है”|

फिल्म ने विद्यार्थियों को काफी प्रभावित किया| धन्यवाद और आभार प्रकट डॉ. रागिनी भूषण ने किया| तरुण फिल्मोत्सव अध्यक्ष डॉ, रागिनी भूषण और कोल्हान विभाग प्रमुख श्री विजय भूषण के मार्गदर्शन में तरुण प्रभा की संयोजिका श्रीमती अरुणा भूषण के संयोजन में सम्पन्न हुआ|

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