गारु (लातेहार): गारु प्रखंड के मायापुर पंचायत अंतर्गत रामसेली गांव में मनरेगा योजना के अंतर्गत नाबालिग बच्चियों से काम कराए जाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, ग्राम रामसेली की रहने वाली सुषमा कुमारी, जिसकी जन्मतिथि 28 सितंबर 2012 है, से मेढ़बंदी जैसे शारीरिक श्रम वाले कार्य कराए जा रहे हैं। सुषमा के पिता का नाम नागेश्वर सिंह है।
मनरेगा की स्पष्ट गाइडलाइन के अनुसार, योजना में 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी व्यक्ति से कार्य कराना प्रतिबंधित है। बावजूद इसके, बिचौलियों और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से नाबालिग बच्चियों को काम पर लगाया जा रहा है, जो न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि मानवाधिकारों का भी हनन है। स्थानीय सूत्रों की मानें तो काम कराने में बिचौलियों की अहम भूमिका है, जबकि मनरेगा में बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। इससे यह भी संकेत मिलता है कि प्रशासनिक स्तर पर निगरानी की भारी कमी है।
ग्रामीणों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की अपील की है। यदि इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, तो यह बच्चों के भविष्य के साथ एक गंभीर खिलवाड़ साबित होगा।