हजारीबाग :- देश को शर्मसार करने वाली है मणिपुर की घटना।विगत चार महीनों से जातीय हिंसा में मणिपुर जल रहा है जिसमें मणिपुर की वीरेन सरकार विफल है और इसके बावजूद केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। महामहिम द्रोपति मुर्मू से निवेदन है की स्वयं संज्ञान में लेकर मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करें। उक्त बातें हजारीबाग सदर विधानसभा महागठबंधन के उपविजेता डॉ आरसी प्रसाद मेहता ने अपने कार्यालय में कही।
उन्होंने कहा की मणिपुर में भीड़ द्वारा आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके नारी सम्मान को शर्मसार किया जा रहा है जिससे विश्व में भारत की छवि धूमिल हो रही है और यह चिंता का विषय है। न्यायालय दोषियों को फास्ट्रेक कोर्ट के द्वारा तत्काल फांसी की सजा दिया जाए। जातीय हिंसा के कारण सैकड़ों नागरिक को जान गंवानी पड़ी है जबकि हजारों की संख्या में लोग राहत शिविरों में जी रहे हैं इसके बावजूद केंद्र सरकार दृधराष्ट्र बनी हुई है। मणिपुर हिंसा रोकने में नाकाम वीरेन सरकार को अविलंब बर्खास्त किया जाए तथा राष्ट्रपति शासन लागू कर कानून व्यवस्था बहाल किया जाए।
राहत शिविरों में रह रहे नागरिकों को पुनर्वास की व्यवस्था किया जाए।मणिपुर हिंसा में मृत आम नागरिकों को न्याय दिया जाए तथा मृत नागरिकों के परिजनों को 20- 20 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। मणिपुर राज्य में बलात्कार हिंसा की शिकार महिलाओं को एसटी एक्ट के तहत कानूनी मदद की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
संवाददाता -भास्कर उपाध्याय