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बोकारो: बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा स्थित करीब 100 एकड़ से अधिक वन भूमि की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में झारखंड सीआईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जमीन माफिया गिरोह के दो किंगपिन इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को यह कार्रवाई की गई। दोनों पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे वन भूमि को हड़पने और बेचने का आरोप है।

सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला, ईडी भी कर रही है जांच

इस मामले की जांच सीआईडी के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रही है। इतना ही नहीं, सुप्रीम कोर्ट में भी इस जमीन घोटाले की सुनवाई चल रही है, जहां राज्य सरकार से जमीन के मूल दस्तावेज की जानकारी मांगी गई है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारी हुई हैं और आगे की जांच तेज कर दी गई है।

वॉल्यूम पेज फाड़ने का भी खुलासा

सीआईडी की टीम ने चास अंचल कार्यालय और बोकारो के डीएफओ रजनीश कुमार के साथ घंटों कागजातों की पड़ताल की। सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान यह बात सामने आई कि वॉल्यूम 60 से 75 तक के कई पेज फाड़े गए थे, जिनमें करीब 400 एकड़ रिहायशी जमीन का रिकॉर्ड मौजूद था। इससे घोटाले को दबाने की कोशिश की भी आशंका जताई जा रही है।

प्लांट से वन विभाग को लौटाई गई थी जमीन

बताया जा रहा है कि यह जमीन कभी बोकारो स्टील प्लांट के पास थी, जिसे बाद में वन विभाग को लौटा दिया गया था। लेकिन भू-माफियाओं ने अंचल कार्यालय के कुछ कर्मियों और बोकारो स्टील प्लांट के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इस जमीन को फर्जी कागजात बनाकर बेच डाला।

एफआईआर और जांच प्रक्रिया

बोकारो सेक्टर-12 थाना में दर्ज कांड संख्या 32/2024 को सीआईडी ने टेकओवर कर जांच शुरू की है। इस संबंध में वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल सह वनरक्षक रुद्र प्रताप सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि वन भूमि को बेचने के इस खेल में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा और मिलीभगत हुई है।

बोकारो के सफेदपोशों में मचा हड़कंप

सीआईडी की लगातार कार्रवाई से बोकारो के कई सफेदपोश और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। जमीन से जुड़े रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और जल्द ही और भी गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।