नई दिल्ली: लोकसभा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 17 सांसदों को संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है। संसद रत्न पाने वालों में प्रमुख नाम रवि किशन, निशिकांत दुबे और सुप्रिया सुले का है। संसद रत्न पाने वालों में सबसे अधिक 7 सांसद महाराष्ट्र के हैं। इसमें भाजपा, एनसीपी शरद, कांग्रेस और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इनके अलावा 4 स्पेशल जूरी अवॉर्ड भी शामिल हैं। इनमें BJP के भर्तृहरि महताब, क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के एनके प्रेमचंद्रन, NCP शरद गुट की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने शामिल हैं।
इसके अलावा अन्य पुरस्कार विजेता सांसदों में संसद रत्न पुरस्कार पाने वाले सांसदों में स्मिता उदय वाघ (भाजपा), नरेश म्हस्के (शिवसेना), वर्षा गायकवाड़ (कांग्रेस), मेधा कुलकर्णी (भाजपा), प्रवीण पटेल (भाजपा), विद्युत बरन महतो (भाजपा) और दिलीप सैकिया (भाजपा) शामिल हैं। संसदीय समिति श्रेणी में, भर्तृहरि महताब की अध्यक्षता वाली वित्त संबंधी स्थायी समिति, तथा डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी (कांग्रेस) की अध्यक्षता वाली कृषि संबंधी स्थायी समिति को उनकी रिपोर्टों की गुणवत्ता तथा विधायी निगरानी में योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
प्राइम पॉइंट फाउंडेशन द्वारा स्थापित संसद रत्न पुरस्कार उन सांसदों को दिया जाता है जो संसद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और संसद में जनता की समस्याओं से संबंधित मुद्दा उठाते हैं। इस पुरस्कार के लिए विजेता का चयन एक जूरी द्वारा किया जाता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष होती है। इस पुरस्कार के अलावा संसद की प्रभावशाली स्थायी समितियों को भी सम्मानित किया जाता है।