पेरिस (फ्रांस): विश्व के सबसे प्रसिद्ध संग्रहालयों में से एक लूव्र (Louvre) म्यूजियम में रविवार सुबह एक बड़ी चोरी की घटना ने पूरे फ्रांस को हिला दिया। पेशेवर चोरों के एक गिरोह ने नेपोलियन बोनापार्ट और महारानी जोसेफिन के बहुमूल्य आभूषण संग्रह से नौ कीमती गहने चुरा लिए। चोरी हुए गहनों में 1855 में बना ऐतिहासिक ‘यूजनी क्राउन’ भी शामिल है, जो हजारों रत्नों से जड़ा हुआ था।
7 मिनट में अंजाम दी वारदात
रविवार सुबह करीब 9 बजे यह वारदात हुई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि चोरों ने म्यूजियम के सीन नदी की ओर वाले हिस्से से दीवार फांदकर प्रवेश किया। वहां वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहा है, जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने डिस्क कटर से खिड़की काटी और अंदर दाखिल हुए। जानकारी के अनुसार, चोरों ने मालवाहक लिफ्ट का इस्तेमाल किया, जो सीधे अपोलो गैलरी तक जाती थी, वही जगह जहां नेपोलियन और जोसेफिन का ऐतिहासिक संग्रह रखा गया है।
ट्रक और स्कूटर से भागे चोर
चोरी को अंजाम देने के लिए चोरों ने ट्रक पर सीढ़ी लगाकर म्यूजियम की दीवार पार की। चोरी के बाद वे टी-मैक्स स्कूटर पर सवार होकर A6 मोटरवे की ओर फरार हो गए। पुलिस को मौके से ट्रक और सीढ़ी बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह में तीन चोर शामिल थे — दो ने अंदर जाकर चोरी की, जबकि तीसरा बाहर निगरानी कर रहा था।
चोरी हुए गहनों में क्या-क्या शामिल
लूव्र प्रशासन के अनुसार, चोरी किए गए नौ गहनों में एक हार, ब्रोच, टियारा और यूजनी क्राउन शामिल हैं। यूजनी क्राउन, जिसे 1855 में महारानी यूजनी डी मॉन्टिजो (नेपोलियन तृतीय की पत्नी) के लिए बनाया गया था, फ्रांसीसी साम्राज्य के वैभव का प्रतीक माना जाता है। बताया जा रहा है कि यह ताज चोरी के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया, क्योंकि इसके कुछ टुकड़े म्यूजियम के अंदर पाए गए हैं।
सरकार और पुलिस की प्रतिक्रिया
फ्रांस की संस्कृति मंत्री रशीदा दाती ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि “आज सुबह म्यूजियम खुलते ही पेशेवर चोरों ने हमला किया। उन्होंने दीवार फांदकर अंदर प्रवेश किया और महज 7 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम दिया।”
वहीं, फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने इसे “हाल के वर्षों की सबसे बड़ी डकैतियों में से एक” बताया। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है और चोरी की गई वस्तुओं की विस्तृत सूची तैयार की जा रही है।
विदेशी गिरोह पर शक
जांच कर रही बैंडिटिज्म रिप्रेशन ब्रिगेड (BRB) और सांस्कृतिक संपत्ति तस्करी विरोधी इकाई को शक है कि चोर विदेशी हो सकते हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि संभवतः चोरी किसी अमीर निजी संग्रहकर्ता के इशारे पर कराई गई हो, ताकि गहने काले बाजार में न जाकर निजी रूप से छिपाए जा सकें।
म्यूजियम बंद, पर्यटक लौटे
घटना के बाद लूव्र म्यूजियम को पूरे दिन के लिए बंद कर दिया गया। हजारों पर्यटक, जो रविवार सुबह दर्शन के लिए पहुंचे थे, उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा। लूव्र म्यूजियम में करीब 3.8 लाख वस्तुएं रखी हैं, जिनमें से 35,000 प्रदर्शनी के लिए उपलब्ध हैं। यह म्यूजियम रोजाना लगभग 30,000 आगंतुकों का स्वागत करता है और इसकी सुरक्षा व्यवस्था दुनिया की सबसे सख्त मानी जाती है।
इतिहास और महत्व
नेपोलियन और महारानी जोसेफिन का यह संग्रह फ्रांस की शाही और साम्राज्यिक विरासत से जुड़ा है। इनमें कुछ गहने फ्रांसीसी क्रांति के दौरान राजघरानों से जब्त किए गए थे, जबकि अन्य नेपोलियन साम्राज्य के काल से संबंधित हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इन गहनों की सटीक कीमत अभी निर्धारित नहीं की जा सकी है, लेकिन यह कई सौ मिलियन यूरो तक पहुंच सकती है।













