आगरा: उत्तरप्रदेश के आगरा से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक बहू, जिसने पहले अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की थी, जेल से रिहा होने के बाद अपने ससुर की भी हत्या कर डाली। आरोपी महिला पति की हत्या के मामले में सवा पांच साल जेल में रही है। उसका प्रेम प्रसंग भी जेल में ही शुरू हुआ था। इस वारदात ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
पति की हत्या
बबली की शादी हरिओम नामक युवक से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद बबली के किसी अन्य युवक से प्रेम संबंध हो गए। इस कारण उसने अपने पति हरिओम की हत्या कर दी। इस मामले में उसे गिरफ्तार कर अदालत ने साढ़े पांच साल की सजा सुनाई थी। प्रेम सिंह ने ही बबली की जमानत कराई। जेल से छूटने के बाद पिछले एक वर्ष से बबली महल बादशाही में प्रेम सिंह के साथ रह रही थी।
ससुर की हत्या
बबली के ससुर राजवीर सिंह (75) को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। वह इसका विरोध करने लगे। इस पर बबली और प्रेम सिंह ने मिलकर राजवीर की हत्या की साजिश रच डाली। रिहाई के बाद बबली ने अपने ससुर राजवीर को समझौते के बहाने मिलने बुलाया। लेकिन मुलाकात के दौरान उसने अपने प्रेमी प्रेम सिंह के साथ मिलकर राजवीर की गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को बाजरे के खेत में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि राजवीर अपने बेटे हरिओम की हत्या के मामले में लगातार न्याय की लड़ाई लड़ रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बबली और प्रेम सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पूछताछ जारी है। बता दें कि पुलिस ने प्रेम सिंह को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया, जिसमें उसके पैर में गोली लगी है। प्रेम सिंह की निशानदेही पर बबली को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने प्रेम सिंह के पास से 1 अवैध तमंचा, 1 खोखा, 1 जिंदा कारतूस तथा 1 मोटरसाइकिल बरामद किया है।
इलाके में दहशत
यह मामला आगरा में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग हैरान हैं कि एक महिला, जो पहले ही अपने पति की हत्या जैसे जघन्य अपराध में शामिल रही हो, जेल से बाहर आने के बाद इतनी बड़ी वारदात को दोबारा अंजाम दे सकती है।
पुलिस की जांच
पुलिस अब इस दोहरे हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हत्या की साजिश कितनी पहले से रची जा रही थी और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
यह घटना न सिर्फ इंसानी क्रूरता की हद को दिखाती है, बल्कि यह भी सवाल खड़े करती है कि आखिर बदले की आग इंसान को कहां तक ले जा सकती है।