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एयरबैग बना मासूम की मौत की वजह! कार में पिता की गोद में बैठा था बच्चा, लगाया ब्रेक और एक झटके में निकल गए प्राण

On: October 16, 2025 10:52 AM
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चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के नजदीक थिरुपुरुर में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें सात साल के मासूम केविन की जान चली गई। हादसा तब हुआ जब केविन अपने पिता की गोद में कार की अगली सीट पर बैठा था और आगे चल रही कार ने अचानक ब्रेक लगा दिया। इससे पीछे आ रही कार, जिसमें केविन सवार था, सामने वाली कार से टकरा गई। टक्कर के दौरान एयरबैग खुला और जोरदार तरीके से सीधे बच्चे के चेहरे से टकरा गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, यह हादसा चेन्नई के ओल्ड महाबलीपुरम रोड पर अलाथुर पेट्रोल पंप के पास हुआ। मृतक बच्चा कलपक्कम के पास पुडुपट्टिनम गांव निवासी वीरमुथु का बेटा था। परिवार के सदस्य केविन को लेकर एक किराए की कार से कलपक्कम से चेन्नई की ओर जा रहे थे। कार को 26 वर्षीय ड्राइवर विग्नेश चला रहा था, जबकि केविन अपने माता-पिता और दो अन्य लोगों के साथ सवार था।

हादसा उस वक्त हुआ जब आगे चल रही कार के ड्राइवर, पैयनूर निवासी 48 वर्षीय सुरेश, ने बिना इंडिकेटर दिए अचानक ब्रेक लगाई और कार को दाईं ओर मोड़ दिया। पीछे चल रही कार का ड्राइवर विग्नेश समय पर गति नियंत्रित नहीं कर सका और दोनों गाड़ियां आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी तेज थी कि आगे का एयरबैग खुल गया और उसका जोरदार दबाव सीधे केविन से टकराया।

पुलिस के मुताबिक, केविन को कोई बाहरी चोट नहीं थी, लेकिन एयरबैग के तेज झटके से उसे गंभीर आंतरिक चोटें आईं। हादसे के तुरंत बाद परिवार के लोग उसे थिरुपुर के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चेंगलपट्टू मेडिकल कॉलेज भेजा गया।

घटना की जानकारी मिलते ही थिरुपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने सुरेश के खिलाफ लापरवाही और तेज गति से वाहन चलाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि इंडिकेटर का उपयोग न करना और अचानक ब्रेक लगाना टक्कर का मुख्य कारण रहा।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केविन का कार की अगली सीट पर पिता की गोद में बैठना इस हादसे का बड़ा कारण बना। एयरबैग जो सामान्यतः वयस्कों की सुरक्षा के लिए बनाया जाता है, बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि एयरबैग के दबाव से बच्चे को गंभीर आघात और आंतरिक रक्तस्राव हुआ, जिससे उसकी मौत हो गई।

अधिकारियों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बच्चों को कभी भी कार की अगली सीट पर नहीं बैठाना चाहिए। यात्रा के दौरान उन्हें हमेशा पीछे की सीट पर चाइल्ड सेफ्टी सीट (बच्चों के लिए सुरक्षा सीट) में बैठाना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

यह हादसा न केवल केविन के परिवार के लिए गहरा सदमा है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा जागरूकता के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी-सी लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी, मासूम जिंदगियों के लिए घातक साबित हो सकती है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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