Axiom-4 Mission: आसमान को चीरता रॉकेट अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना, 28 घंटे का सफर तय कर अंतरिक्ष पहुंचेंगे शुभांशु शुक्ला

On: June 25, 2025 10:51 AM

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Axiom-4 Mission: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने 25 जून 2025 को अंतरिक्ष की ओर पहला कदम बढ़ाते हुए एक नया इतिहास रच दिया। वह अमेरिकी स्पेस कंपनी स्पेसएक्स और नासा के साझा मिशन Axiom-4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए हैं। यह मिशन फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के माध्यम से दोपहर 12.01 बजे (भारतीय समयानुसार) लॉन्च किया गया। फाल्कन 9 रॉकेट पर प्रक्षेपण के बाद, चालक दल एक नए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर परिक्रमा प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। नासा के बयान के अनुसार, 28 घंटे की यात्रा के बाद अंतरिक्ष यान के गुरुवार शाम करीब 04:30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से डॉक होने की उम्मीद है।
इस मिशन का नेतृत्व अमेरिका की कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें भारत के IAF ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मिशन पायलट हैं और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं।
स्पेसक्राफ्ट के अंदर से शुभांशु शुक्ला ने पहला मैसेज दिया। उन्होंने कहा कि नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियो, what a ride… 41 साल बाद हम वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं और कमाल की राइड थी। इस समय हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी के चारों तरफ घूम रहे हैं। मेरे कंधे पर मेरे साथ मेरा तिरंगा है, जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं, मैं आप सबके साथ हूं। शुभांशु शुक्ला ने स्पेसक्राफ्ट के अंदर से कहा कि ये मेरी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक की जर्नी की शुरुआत नहीं है, ये भारत की ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम की शुरुआत है और मैं चाहता हूं कि सभी देशवासी इस यात्रा का हिस्सा बनें। आपका भी सीना गर्व से चौड़ा होना चाहिए। आप भी उतना ही एक्साइटमेंट दिखाइए। आइए हम सब मिलकर भारत की इस ह्यूमन स्पेस जर्नी की शुरुआत करें। धन्यवाद, जय हिंद, जय भारत।
इससे पहले Axiom-4 मिशन कई बार टाला जा चुका था। भारत के अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा इससे पहले 3 अप्रैल 1984 को स्पेस मिशन पर सोवियत संघ की मदद से गए थे।