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दिल्ली ब्लास्ट में बड़ा खुलासा, मसूद अजहर के भतीजे की पत्नी से सीधे संपर्क में थी डॉक्टर शाहीन

On: November 14, 2025 10:26 PM
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Delhi Bomb Blast: दिल्ली ब्लास्ट की जांच ऐसे मोड़ पर पहुंच गई है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है। जांच में पता चला है कि फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत सीनियर डॉक्टर डॉ. शाहीन सईद का संपर्क जैश-ए-मोहम्मद के उच्च स्तरीय नेटवर्क से था।

सूत्रों के अनुसार, शाहीन सईद की नियमित बातचीत अफिरा बीबी नाम की महिला से होती थी, जो पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड और जैश कमांडर उमर फारूक की पत्नी है। उमर फारूक जैश सरगना मसूद अजहर का भतीजा था और 2019 में पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बलों के साथ एनकाउंटर में मारा गया था।

जमात-उल-मोमिनात की सक्रिय सदस्य अफिरा बीबी

अफिरा बीबी इन दिनों जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग “जमात-उल-मोमिनात” में एक प्रभावशाली भूमिका निभा रही है। हाल ही में उसे संगठन की शीर्ष सलाहकार समिति शूरा में शामिल किया गया है, जहां वह मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के साथ मिलकर काम कर रही है। जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों का डॉ. शाहीन सईद से सीधा संपर्क था, जो अब मामले को और गंभीर बनाता है।

डॉ. शाहीन की कार से मिला हथियारों का जखीरा

कुछ दिन पहले फरीदाबाद पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई में डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान उनकी कार से AK-47 रायफल और गोला-बारूद बरामद हुआ। एजेंसियों का दावा है कि शाहीन को भारत में जमात-उल-मोमिनात का नेटवर्क खड़ा करने और कट्टरपंथी महिलाओं की भर्ती का जिम्मा सौंपा गया था।

पेशेवर बैकग्राउंड और संदिग्ध गतिविधियां

डॉ. शाहीन लखनऊ की रहने वाली हैं और कई मेडिकल संस्थानों में काम कर चुकी है। 2012–2013 में वह कानपुर के एक मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग की प्रमुख रही थीं। पासपोर्ट रिकॉर्ड बताते हैं कि 2016 से 2018 तक वह यूएई में रह चुकी हैं।

उनके सहकर्मियों का कहना है कि वह अकसर बिना सूचना अनुपस्थित रहती थीं और उनके व्यवहार को लेकर कई शिकायतें भी दर्ज हुई थीं।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में वह कोर कमेटी की सदस्य भी थीं। अब जांच एजेंसियों ने विश्वविद्यालय से उनकी अटेंडेंस और गतिविधियों का पूरा रिकॉर्ड मांगा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किन दिनों कैंपस में थीं और किन दिनों नहीं।

जांच एंगल और आगे की कार्रवाई

एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि शाहीन सईद ने किन-किन लोगों से संपर्क साधा, क्या देश के अन्य शहरों में भी उनका कोई नेटवर्क सक्रिय था और विदेशी संपर्कों के माध्यम से भारत में कट्टरपंथ फैलाने की कोई बड़ी साजिश तो नहीं थी।


फिलहाल, डॉ. शाहीन से लगातार पूछताछ की जा रही है और उनके डिजिटल डिवाइस फॉरेंसिक जांच में भेज दिए गए हैं।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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