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दान, तप और ध्यान आत्मा के उद्धार व कल्याण का प्रमुख साधन है; मानव कल्याण का सहज उपाय प्रभु का स्मरण – जीयर स्वामी

On: July 29, 2023 1:07 PM
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शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):- श्री शुकदेवजी महाराज ने राजा परीक्षित को मानव कल्याण के लिए सबसे सहज और सरल उपाय परमात्मा के श्रीचरणों में चिन्तन बताया। जिस अवस्था में जिस व्यवस्था में रहे प्रभु का स्मरण, चिन्तन एवं ध्यान निरन्तर करते रहना चाहिये। शास्त्र में बताया गया है कि दान, तप और ध्यान आत्मा के उद्धार व कल्याण का प्रमुख साधन है। मनुष्य को अपनी मृत्यु को याद करते हुये बचपन, जवानी एवं बुढ़ापा में भगवान का चिन्तन मनन और उनके गुणों का श्रवण हर पल हर क्षण करते रहना चाहिए। शास्त्र में कहा गया है साधक को संकट आने पर, मृत्यु निकट आने पर या अन्त समय आने पर घबराना नहीं चाहिए। भगवान प्रभु नारायण के नाम या (ऊँ) जप करते हुये शेष जीवन को बिताए एवं स्मरण करें। भगवान के स्वरुप का स्मरण करे।

वेद शास्त्र में बताया गया है कि भगवान के श्रेष्ठ स्वरूप में ( चतुर्भुज ) स्वरूप एक है। स्वामी जी ने इस गूढ़ रहस्य को बताया कि चतुर्भुज का मतलब चार भुजा वाला स्वरूप जिसमें (शंख, चक्र, गदा, पद्म ) ऐसे स्वरूप वाले प्रभु को अपने दिल दिमाग में बैठाकर जप, तप, ध्यान एवं पूजन करना चाहिये।

यही मावन जीवन के कल्याणका सबसे सरल और सुगम साधन बताया। प्रायश्चित द्वारा हमारा समाधान हो ही जाएगा यह कोई जरूरी नहीं है। हो भी सकता है, नही भी हो सकता है। जिंदगी भर उल्टा पुल्टा काम किया और चार धाम का यात्रा करने से हो जाएगा। केवल यज्ञ से, पूजा से, दान से, तप से व्यक्ति को धार्मिक नहीं माना जाएगा। धर्म के 8 खंबे होते हैं।

यज्ञ अध्ययन तप, दान।  8 खंभों में से चार खंभा साझी है। उसे अच्छे लोग भी करते हैं। बुरे लोग भी करते हैं। और चार धर्म का जो खंभा है वह केवल अच्छे लोग ही करते हैं। यज्ञ बाबा विश्वामित्र, वशिष्ठ जैसे अच्छे लोग भी करते हैं और यज्ञ पापी रावण कुम्भकरण जैसे लोग भी करते हैं। अच्छे लोग इसलिए करते हैं कि हमारे पास कुछ बल आ जाए कि उपकार करें। बुरे लोग इसलिए करते हैं कि दुसरे को सताएं। अन्य चार धर्म का जो खंभा है वह केवल अच्छे लोग में ही पाया जाता है। धैर्य, क्षमा, संतोष, अलोभ। साबुन, सर्फ, जल से कपड़ा की गंदगी साफ हो जाती है। परंतु और गंदगी साफ नही होती है। जो व्यक्ति धर्म करता है वह धार्मिक है। जो हठ करके धर्म करता है वह धर्माभास है।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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