झारखंड वार्ता
* घटना को लेकर शत्रुघ्न प्रसाद एवं उसके छोटे भाई दीपक प्रसाद का अलग-अलग आ रहा है बयान
* बाजार में तरह-तरह की चर्चाओं का महौल
महुआडांड़ (लातेहार):- चटकपुर रौनियार समाज के अध्यक्ष सह ठिकेदार शत्रुघ्न प्रसाद पर तीन मोटरसाइकिल पर सवार छह लोगों के द्वारा अलग-अलग स्थानों पर महुआडांड़ से चटकपुर जाने के क्रम में पीछा कर रोकने का प्रयास किया गया। हालांकि, इस घटना में शत्रुघ्न प्रसाद बाल-बाल बच गये। इसे लेकर सोमवार को शत्रुघ्न प्रसाद के द्वारा महुआडांड थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। आवेदन में कहा गया है कि महुआडांड से चटकपुर अपने घर जाने के क्रम में शाम लगभग 7:35 बजे नकटी नदी के पास लाल मोटरसाइकिल पर सवार दो लड़के ने पीछा कर रोकने का प्रयास किया। जिसपर शत्रुघ्न प्रसाद गाड़ी का स्पीड बढ़ाकर आगे निकल गए। कुछ दूर आगे बढने पर शत्रुघ्न ने देखा कि श्मशान घाट के पास मोटरसाइकिल पर सवार दो और लड़के मिले और वे भी मोटरसाइकिल स्टार्ट कर पीछे-पीछे आने लगे। इसपर शत्रुघ्न प्रसाद को लगा कि पीछा किया जा रहा है। इसपर उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल का स्पीड और बढ़ा दिया। आगे बढ़ने पर हामी नदी के पुल के पास मोटरसाइकिल पर सवार दो लड़के मिले वे भी शत्रुघ्न प्रसाद को रोकने का प्रयास किए पर शत्रुघ्न वहां से भी अपनी मोटरसाइकिल का स्पीड बढ़ाकर आगे निकल गए। शत्रुघ्न प्रसाद ने थाना प्रभारी को आवेदन देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
ठीकेदारी को भी लेकर हो सकता है हमला
शत्रुघ्न प्रसाद के साथ रविवार की रात्रि हुए घटना का तार ठीकेदारी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बताते चलें कि वर्तमान में लातेहार जिला परिषद के फंड से बोहटा रोड से लेकर कुटुदेरी डैम तक चार पार्ट में लगभग एक करोड़ रूपये की लागत से पीसीसी पथ का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसके प्रथम पार्ट के संवेदक शत्रुघ्न प्रसाद हैं और ये कार्य कुछ दिन पहले ही शत्रुघ्न प्रसाद के द्वारा प्रारंभ किया गया है। तो हो सकता है कि लेवी को लेकर भी अपराधियों के द्वारा हमला करने का घृणित कार्य किया गया हो।
बाजार में तरह-तरह की चर्चाओं का महौल
चटकपुर रौनियार समाज के अध्यक्ष सह ठिकेदार शत्रुघ्न प्रसाद पर मोटरसाइकिल बाइक सवारों के द्वारा पीछा कर रोके जाने को लेकर महुआडांड के चौक चौराहों एवं होटलों में भिन्न-भिन्न चर्चाएँ हो रही है। महुआडांड में इस तरह की पहली घटना घटित होने से एक ओर लोग जहां डरे सहमे हैं तो वहीं कुछ लोग इस घटना को ही सोची समझी साजिश करार दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि जो घटना बताई जा रही है एकदम फिल्मी है। शत्रुघ्न के कथनानुसार यदि घटना सच्ची है तो आखिर कार कथित तौर पर पीछा कर रहे मोटरसाइकिल सवारों का आखिर उद्देश्य क्या था? कहीं इस घटना के आड़ में शत्रुघ्न प्रसाद कहीं कोई निजी स्वार्थ तो नही है। घटना घटी थी या सोची समझी रणनीति के तहत विरोधियों पर मानसिक दबाव बनाने की एक चाल है। या लाईसेंसी हथियार लेने का कोई नया आईडिया। बहरहाल जो भी हो शत्रुघ्न प्रसाद के आवेदन के आधार पर महुआडांड थाना पुलिस की सभी बिन्दुओं पर जांच चल रही है। पुलिस के उद्भेदन के बाद ही सही तस्वीर आ पायेगी। महुआडांड के लोगों ने पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि मामले का जांचोपरांत शीघ्र ही उद्भेदन कर दोषियों पर कार्रवाई करे।
