रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार (6 जून) को राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना के अधीन मेधा मिल्क पाउडर प्लांट का शिलान्यास किया। रांची के होटवार में इस प्लांट को स्थापित किया गया है। मिल्क पाउडर प्लांट की स्थापना से झारखंड के हजारों किसानों, खासकर दुग्ध उत्पादकों को सीधा लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, सचिव अबु बकर सिद्दिकी, पशुपालन निदेशक किरण पासी मौजूद बड़ी संख्या में किसान, महिला समूह, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “यह प्लांट केवल दूध प्रोसेसिंग का नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने का एक माध्यम है। गांव, खेत-खलिहान से जुड़े लोगों का देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है और इस योगदान को अब राज्य सरकार पहचान दे रही है। जय जवान, जय किसान केवल नारा नहीं बल्कि एक जीवनशैली है। खेती-बाड़ी और पशुपालन ऐसे क्षेत्र हैं जिनसे किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता, न पर्यावरण को और न ही मानव जीवन को। ये व्यवस्था अगर मजबूत हो जाए तो समाज, राज्य और देश सब मजबूत होंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले गांवों में बच्चों की सेहत बेहतर होती थी, पशुओं की भरमार होती थी। आज हालात बदल चुके हैं, लेकिन सरकार अब इसे सुधारने को संकल्पित है। राज्य के किसानों को हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार हर मोर्चे पर उनके साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि अब जो पशु सरकार द्वारा किसानों को दिए जाएंगे, उनका बीमा भी सुनिश्चित किया जाएगा। यदि किसी कारणवश पशु की मृत्यु होती है, तो किसान को उसकी भरपाई सरकार करेगी।उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।”
उन्होंने प्रेरणास्पद उदाहरण देते हुए कहा, “महेंद्र सिंह धोनी जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी खेती करते हैं, सब्जियां विदेश भेजते हैं। जब क्रिकेट खेलने वाला खेती कर सकता है तो हम क्यों नहीं?”