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महा अष्टमी के मौके पर म्यांमार में भूकंप और भारत के कई राज्य भी कांपे

On: September 30, 2025 11:33 AM
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एजेंसी: महाष्टमी के दिन पड़ोसी देश म्यांमार में मंगलवार की सुबह भूकंप के झटके लगने की खबर है और इस झटके से भारत के भी कई राज्य थर्रा उठे। भूकंप की तीव्रता 4.7 रिक्टर स्केल पर मापी गई है।हालांकि फिलहाल तक म्यांमार में कितना नुकसान हुआ है। इसका भी पता नहीं चल पाया है।

बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र भूकंप का केंद्र म्यांमार में मणिपुर के उखरूल से सिर्फ 27 किलोमीटर दूर था।इस भूकंप का केंद्र भारत की सीमा के बहुत पास था. इस भूकंप के झटके म्यांमार के साथ-साथ मणिपुर, नागालैंड और असम समेत भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए. यह भूकंप मंगलवार सुबह करीब 6:10 बजे आया था.

म्यांमार में आया यह भूकंप सिर्फ म्यांमार तक ही सीमित नहीं था, बल्कि मणिपुर के पास इसका केंद्र होने की वजह से इसके झटके भारत के कई अन्य इलाकों में भी महसूस किए गए, जिनमें मणिपुर, नागालैंड और असम जैसे कई आसपास के इलाके शामिल हैं.

बांग्लादेश में आया था भूकंप

इससे पहले भी भारत के एक अन्य पड़ोसी देश में हाल ही में भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार से तीन दिन पहले बांग्लादेश में आए 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटकों को भारत के राज्यों में भी महसूस किया गया. इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. इस भूकंप के हल्के झटके पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए थे.

इससे पहले आए भूकंप ने मचा दी थी तबाही

कुछ महीनों पहले म्यांमार और बैंकॉक में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई थी. भूकंप का केंद्र म्यांमार था. इस भूकंप से कई लोगों के दोनों देशों में भारी नुकसान हुआ था. कई लोगों के हताहत होने की भी सूचना मिली थी. इस भूकंप को लेकर UN ने कहा था कि भूकंप ने न सिर्फ लोगों को बल्कि कृषि उत्पादन को भी बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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