वोट चोरी विवाद पर संग्राम: ‘7 दिन में हलफनामा दें या माफी मांगें’ चुनाव आयोग की राहुल गांधी को चुनौती

On: August 17, 2025 7:19 PM

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नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हालिया आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी ने बीते दिनों कहा था कि “देश में वोट चोरी हो रही है और चुनाव आयोग भाजपा के लिए इसमें शामिल है।” CEC ज्ञानेश कुमार ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर परोक्ष वार करते हुए कहा कि, “मतदाताओं को फर्जी कहना गलत है और इसके लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। अगर आपके पास सबूत हैं तो 7 दिन के भीतर शपथपत्र (हलफनामा) दाखिल करें, वरना लगाए गए सभी आरोप झूठे और निराधार माने जाएंगे। तीसरा कोई विकल्प नहीं है।”
वोट चोरी पर हलफनामा क्यों?
पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर CEC ने कहा, “अगर किसी एक मतदाता की शिकायत आती है, तो आयोग जांच करता है। लेकिन अगर डेढ़ लाख मतदाताओं पर सवाल उठाया जाता है तो क्या बिना सबूत और हलफनामे के नोटिस भेज देना चाहिए? बिना सबूत के किसी वैध मतदाता का नाम नहीं काटा जा सकता। यह कानून और संविधान के खिलाफ होगा।”
CEC ने साफ किया कि आयोग को केवल प्रेजेंटेशन या आरोपों के आधार पर कार्रवाई नहीं की जा सकती, बल्कि इसके लिए ठोस दस्तावेजी प्रमाण जरूरी हैं।
महाराष्ट्र की मतदाता सूची पर उठे सवाल
महाराष्ट्र में मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर भी CEC ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जब ड्राफ्ट सूची जारी हुई थी, उस समय दावे और आपत्तियां क्यों नहीं दी गईं? जब नतीजे आ गए, तभी गलत बताने लगे। आठ महीने हो गए, लेकिन आज तक महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी को एक भी मतदाता का नाम सबूत के साथ नहीं मिला है। किसी बात को 10 बार कहने से वह सच नहीं हो जाती। सूरज पूरब में ही उगता है, किसी के कहने से पश्चिम में नहीं उगेगा।”
विपक्ष के आरोपों पर कड़ा रुख
CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा कि विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप लोकतंत्र का अपमान हैं। उन्होंने कहा, “हमारे लिए न पक्ष है, न विपक्ष। सभी दल हमारे लिए समान हैं। अगर समय रहते त्रुटि सुधार के लिए आवेदन नहीं होता और बाद में जनता को गुमराह करने वाले शब्द बोले जाते हैं, तो यह स्वीकार्य नहीं है। ऐसे आरोपों से चुनाव आयोग डरने वाला नहीं है।”
आयोग ने साफ किया कि, हर मतदाता, चाहे वह गरीब हो या अमीर, महिला हो या पुरुष, युवा हो या बुजुर्ग, सभी की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा चुनाव आयोग करेगा। आयोग पर लगाए गए बेबुनियाद आरोपों से लोकतंत्र की साख कमजोर होती है।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
बिहार के ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर पलटवार किया। उन्होंने कहा— “जब मैंने वोट चोरी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो मुझसे एफिडेविट मांगा गया, लेकिन जब BJP नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उनसे कोई एफिडेविट नहीं मांगा गया। चुनाव आयोग कहता है कि मैं एफिडेविट दूं कि मेरा डेटा सही है, जबकि ये डेटा खुद चुनाव आयोग का है। मुझसे एफिडेविट क्यों मांगा जा रहा है?”
CEC ज्ञानेश कुमार और राहुल गांधी के बीच यह विवाद अब कानूनी और राजनीतिक मोर्चे पर और गहराने की संभावना है। चुनाव आयोग ने जहां सबूतों के साथ हलफनामा की शर्त रखी है, वहीं राहुल गांधी इसे ‘चयनात्मक कार्रवाई’ बता रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद से लेकर सड़क तक गरमाने की पूरी संभावना है।