रांची: महिला, बाल विकास एवं महिला सुरक्षा सचिव, श्री कृपानंद झा ने कहा है कि बच्चे परिवार, राज्य और देश के भविष्य होते हैं। बच्चों को कुपोषण से बचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए विभाग पूरी तत्परता, सजगता और प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। राज्य को हर हाल में कुपोषण मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है। राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएं। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास हेतु विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ लागू करें। राज्य में कुपोषित बच्चों और एनीमिया पीड़ित महिलाओं का सर्वे कर पहचान करें तथा हेल्थ वर्कर्स इनका मेडिकल चेकअप करा कर डाटा तैयार करें। वह मंगलवार को महिला, बाल विकास एवं समाजिक सुरक्षा विभाग की प्रोजेक्ट भवन परिसर सभागार में राज्य अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक में बोल रहे थे।
समर अभियान के अन्तर्गत कुपोषण से ग्रसित बच्चों का समुदाय स्तर किया जा रहा है उपचार, अब तक 20 हजार बच्चे हुए ठीक
झारखंड राज्य पोषण मिशन की महानिदेशक श्रीमती राजेश्वरी बी ने समर अभियान योजना की कार्य प्रगति में तेजी लाने का निर्देश विभाग के पदाधिकारियों को दिया। बैठक में विभागीय सचिव ने बताया कि अन्य सात जिले में समर अभियान चलाया जायेगा।इस अभियान से समयबद्ध तरीके से सेवाएं प्रदान करना, ठोस एवं सघन अनुश्रवण एवं हस्तक्षेप की अवसंरचना के लिए तंत्र को सुनिश्चित किया जा रहा है।
बैठक में महानिदेशक राज्य पोषण मिशन ने ज़िलावार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों के वजन माप की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कहा, सभी आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत बच्चों का वजन करायें एवं कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करायें।
बैठक में योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु आईसी पर विस्तृत चर्चा की गई। सचिव ने कहा कि प्रचार-प्रसार कर योजना को राज्य में मजबूती से लागू करें।
बैठक में मनरेगा आयुक्त ने परियोजनावार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों के वजन की माप की स्थिति की समीक्षा करते हुए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मनरेगा आयुक्त ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत बच्चों का वजन करायें एवं कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करायें।
बैठक में झारखंड राज्य पोषण मिशन महानिदेशक श्रीमती राजेश्वरी बी , उप सचिव, झारखण्ड राज्य पोषण मिशन, निदेशक, समाज कल्याण निदेशालय, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, युनिसेफ के प्रतिनिधि, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, झारखण्ड राज्य आजीविका प्रोमोशन सोसाईटी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।