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देशभर में बढ़ रही पत्थरबाजी की घटनाओं पर सांसद सेठ ने लोकसभा में उठाई आवाज, राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा कर, कड़ा कानून बनाने की मांग…

On: August 10, 2023 3:00 AM
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रांची :- सांसद संजय सेठ ने आज लोकसभा सत्र के दौरान नियम 377 के तहत देशभर में बढ़ रही पत्थरबाजी की घटनाओं पर चिंता जताई और इसके विरुद्ध एक कड़ा राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग की। सांसद श्री सेठ ने कहा कि पहले कश्मीर में पत्थरबाजी की घटना सुनने और देखने को मिलती थी। अब पत्थरबाजी की घटना पूरे देश में सामान्य हो चुकी है। ऐसा लग रहा है जैसे देश विरोधी ताकतें राष्ट्रीय स्तर पर पत्थरबाजी का प्रशिक्षण देने का काम कर रही है। राष्ट्र विरोधी तत्वों के संरक्षण में असामाजिक तत्व अपने प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी कर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। हत्या करते हैं। पत्थरबाजी से प्रशासन और पुलिसकर्मियों को घायल करते हैं।

श्री सेठ ने संसद में कहा कि शोभायात्रा में जुलूस के ऊपर पत्थरबाजी करके भी जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाते हैं। यह अब बड़ी राष्ट्रीय समस्या बनती जा रही है, जिस पर विचार करने की आवश्यकता है। विगत 1 वर्ष की बात करूं तो झारखंड की राजधानी रांची सहित पूरे देश में ऐसी लगभग 100 घटनाएं हुई, जहां सामूहिक रूप से पत्थरबाजी कर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। कई लोगों के जान लिए गए, कई लोग गंभीर अवस्था में घायल हो गए। अभी हरियाणा में भी पत्थरबाजी की ऐसी ही घटना हुई। सांसद ने कहा कि कुल मिलाकर पूरा देश इस समस्या से जूझ रहा है, जिसमें करोड़ों की संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया।

उन्होंने इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा करने, एक कठोर कानून बनाने की मांग की। जिसमें पत्थरबाजी करने वाले लोगों और समूह की पहचान कर उन्हें सख्त सजा देने का प्रावधान हो। उनकी संपत्तियां जप्त की जाए और नुकसान हुए सार्वजनिक संपत्तियों की भरपाई उनकी संपत्ति को नीलाम करके की जाए।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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