पेरिस: नेपाल के बाद अब फ्रांस में भी सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने जोर पकड़ लिया है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की नीतियों के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है। राजधानी पेरिस समेत कई शहरों में लोग आगजनी और पथराव कर रहे हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच लगातार झड़पें हो रही हैं।
‘Block Everything’ आंदोलन से शुरुआत
इन प्रदर्शनों की शुरुआत सोशल मीडिया पर चलाए गए अभियान ‘Block Everything’ से हुई। इसके तहत लोगों ने संगठित होकर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। आंदोलन का मकसद सरकार की नीतियों और वित्तीय प्रबंधन की विफलताओं के खिलाफ आवाज उठाना बताया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मैक्रों सरकार ने जीवनस्तर सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
सड़कों पर अराजकता
पेरिस की सड़कों पर कूड़ेदानों में आग लगाई जा रही है और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। जगह-जगह पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव देखने को मिल रहा है। हजारों की संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं, लेकिन फिलहाल हालात काबू में आते नहीं दिख रहे।
पुलिस की सख्ती, 200 से अधिक गिरफ्तार
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, फ्रांस के गृह मंत्री ने बताया कि विरोध प्रदर्शनों के शुरुआती चरण में ही लगभग 200 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार का कहना है कि सुरक्षा बलों को देशभर में तैनात किया गया है और जल्द से जल्द अवरोध हटाए जाएंगे।
देशव्यापी असर
यह आंदोलन केवल पेरिस तक सीमित नहीं है, बल्कि फ्रांस के अन्य प्रमुख शहरों में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। उनका लक्ष्य सरकारी कामकाज और आम जीवन की सभी गतिविधियों को रोक देना है।
फिलहाल यह देखना होगा कि मैक्रों सरकार इस व्यापक आंदोलन से निपटने के लिए कौन-से कदम उठाती है, क्योंकि हालात धीरे-धीरे गंभीर रूप लेते जा रहे हैं।
फ्रांस में सरकार के खिलाफ उबाल: पेरिस समेत कई शहरों में प्रदर्शन, 200 से अधिक गिरफ्तार

