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सरायकेला : 4 वर्ष के बाद बहुचर्चित तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग केस में सरायकेला जिला कोर्ट ने मामले से जुड़े 10 आरोपियों को दोषी करार दिया है। जबकि 2 को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है।कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी पक्षों को सुनने के बाद यह फैसला सुनाया।अब इस मामले में सजा के बिंदु पर आगामी पांच जुलाई को सुनवाई होगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सरायकेला के एडीजे वन अमित शेखर की कोर्ट ने 10 आरोपियों जिनमें मुख्य रूप से कमल महतो, सुमंत महतो पप्पू मंडल भीम सिंह मंडल मदन नायक चामू नायक विक्रम मंडल प्रकाश मंडल प्रेमचंद महाली शामिल हैं। जिन्हें कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद दोषी करार दिया है। वही साक्ष्य के अभाव में बरी होने वाले आरोपियों में सुमंत प्रधान और सतनारायण नायक शामिल हैं।

गौरतलब हो कि तबरेज अंसारी की पिटाई का कथित वीडियो वायरल हुआ था। मामला 18 जून 2019 का है जब तबरेज अंसारी को चोरी के आरोप में धातकीडीह में मॉब लिंचिंग हुई थी। पिटाई के बाद पुलिस हिरासत में इलाज के दरमियान उसकी मौत हो गई थी।

बता दें कि 18 जून 2019 को जमशेदपुर के पास धातकीडीह में तबरेज अंसारी को चोर बताकर भीड़ ने बुरी तरह पीटा था, जिसकी बाद में पुलिस हिरासत में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। यह मॉब लिंचिंग केस पूरे देश में चर्चित हुई थी और

यह मामला सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति का केंद्र बिंदु बन गया था।विपक्ष ने राज्य के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाए थे। बताया गया था कि चोरी के आरोप में तबरेज अंसारी को लोगों ने पकड़ लिया था और खंभे से बांधकर उसकी पिटाई की थी। पिटाई के दौरान लोगों ने तबरेज अंसारी से ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगवाए थे।

पिटाई के दौरान कुछ लोगों ने घटना का वीडियो भी बनाया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। तबरेज की पिटाई के बाद अगले दिन पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल तबरेज को गिरफ्तार कर लिया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित कर दिया। एक मजिस्ट्रेट ने उसे जेल भेजने के आदेश दे दिए। इस दौरान तबरेज की हालत बिगड़ती गई और उसकी 22 जून को मौत हो गई थी।

मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में इनमें से मुख्य आरोपी पप्पू मंडल को छोड़ बाकी आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिली थी। इस बीच एक आरोपी की मौत हो गई। गवाहों और सबूतों के आधार पर लंबी सुनवाई के बाद मंगलवार को अदालत द्वारा 10 आरोपियों को दोषी करार दिए जाने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है।

अब इस मामले में सजा के बिंदु पर आगामी पांच जुलाई को सुनवाई होगी