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पिता को हार्ट अटैक,फीस बकाया,DSM स्कूल ने बच्चों को परीक्षा से किया वंचित,जमशेदपुर अभिभावक संघ का DSE को ज्ञापन

On: July 10, 2024 3:02 PM
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छूटे विषय में ग्रेस मार्क देने और बाकी परीक्षाओं में बैठने देने की मांग

जमशेदपुर: डी एस एम स्कूल फॉर एक्सीलेंस, काशीडीह प्रबंधन ने स्कूल के क्लास 12वीं के छात्र निधीस राज गुप्ता और याना गुप्ता को कथित रूप से पिता को हार्ट अटैक आने के कारण स्कूल फीस बकाया होने के कारण उनके फर्स्ट टर्म की परीक्षा में वंचित रखे इसके खिलाफ जमशेदपुर विभाग संघ में जिला शिक्षा अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और शिकायत की है। साथ ही छूटे विषयों की परीक्षा में ग्रेस मार्क्स देने और बाकी बचे हुए विषयों की परीक्षा में शामिल होने देने कि आदेश देने की मांग की है।

ज्ञापन कहा गया है कि निधीस राज गुप्ता और याना गुप्ता (दोनो भाई बहन है) डी एस एम स्कूल फॉर एक्सीलेंस काशीडीह में क्लास 12वीं के छात्र है। इन दोनों बच्चों का स्कूल फीस बकाया था और उस बकाया फीस में से ₹20,800/- बच्चे के अभिभावक द्वारा अप्रैल महीना में जमा कर दिया गया था और बाकी फीस गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर जमा करना तय हुआ था। इसी बीच 29 मई को बच्चों के पिता को हार्ट अटैक

आया जिसका टी एम एच अस्पताल में पिता का ऑपरेशन किया गया था।इस परिस्थिति में अभिभावक की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई। जिसके कारण स्कूल खुलने पर अभिभावक द्वारा फीस नही जमा किया जा सका था इस संबंध में बच्चे कि माता द्वारा सभी बातों को और खराब आर्थिक स्थिति को स्कूल प्रबंधन को बताया गया था मगर स्कूल प्रबंधन अभिभावक से 10 जुलाई तक हाल फीस जमा करवाना चाहता था ऐसे में बच्चे की माता द्वारा फीस जमा करने के लिए 15 जुलाई तक का समय मांगा गया पर उस बात को स्कूल प्रबंधन मानने को तैयार नहीं था इसी बीच 09 जुलाई 24 से बच्चों कि फर्स्ट टर्म की परीक्षा शुरू हो गई मगर स्कूल प्रबंधन इन दोनों बच्चों को शामिल नहीं होने दिया और उस स्कूल गए इन दोनों बच्चों को क्लास रूम से बाहर बैठा कर रखा गया और जब बच्चों कि माता द्वारा इसका विरोध किया गया तो अब स्कूल प्रबंधन अटेंडेंस कम होने की बात कर दोनों बच्चों को स्कूल से बाहर करने की जुगत लगा रहा है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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