Health Tips: पानी पीने से किडनी फिल्टर होती है और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर करती है, डॉक्टर इसलिए प्रचुर मात्रा में पानी पीने की सलाह देते हैं। लेकिन कई लोग शरीर में ऑटोमेटिक होने वाले इस काम में बाधा डालते हैं। हम बात कर रहे हैं उन लोगों की जो अक्सर किसी न किसी कारण से पेशाब को लंबे समय तक रोकते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो समय रहते सावधान हो जाइए, वरना कई गंभीर समस्याओं के शिकार हो सकते हैं। अगर आप को पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है और आप इसे टाल देते हैं तो आपकी ये आदत खतरनाक हो सकती है और इसका असर आपके गुर्दों (किडनी) की सेहत पर पड़ सकता है। आइए जानते हैं पेशाब रोकने से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
किडनी स्टोन (kidney stone)
पेशाब (यूरिन) रोकने से पथरी की समस्या हो सकती है, जिसमें बहुत दर्द होता है और ऑपरेशन की नौबत आ जाती है। यूरिन में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट होता है, अगर ज्यादा समय तक यूरिन रोकेंगे तो इनके कारण पथरी का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा किडनी संबंधी गंभीर बीमारियों का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है।
यूरिन लीकेज (urine leakage)
यूरिन रोकने के कारण उम्र बढ़ने पर यूरिन लीकेज की समस्या हो सकती है। यूरिन रोकने के कारण ब्लैडर कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से यूरिन लीकेज की समस्या हो सकती है। इन गंभीर समस्याओं और बीमारी से बचने के लिए यूरिन को रोकें नहीं।
ब्लैडर स्ट्रेचिंग (bladder stretching)
लंबे समय तक यूरिन रोकने के कारण ब्लैडर स्ट्रेच हो जाता है। दरअसल, यूरिन रोकने से ब्लैडर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और वह कमजोर होने लगती हैं, जिसके कारण ब्लैडर फटने जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है। यूरिन रोकने के कारण होने वाला दर्द भी लंबे समय तक रहता है।
पेल्विक मसल्स को नुकसान
अपने महसूस किया होगा कि लंबे समय के बाद आप जब यूरिन पास करते हैं तो पेल्विक हिस्से की मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। यह आदत न बदलने से यूरिन के लीक होने, रंग में बदलाव और किडनी संक्रमण की समस्या भी झेलनी पड़ सकती है।