शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रोहरू सब डिवीजन के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पहली के छात्र के साथ अमानवीय बर्ताव का मामला उजागर हुआ है। आरोप है कि स्कूल के हेडमास्टर समेत तीन शिक्षकों ने बच्चे को न सिर्फ बेरहमी से पीटा, बल्कि उसकी पैंट में जिंदा बिच्छू डाल दिया।
पीड़ित बच्चा दलित समुदाय से है। परिजनों का कहना है कि लगभग एक साल से शिक्षक उसे प्रताड़ित कर रहे थे। पिता के अनुसार, हेडमास्टर देवेंद्र, शिक्षक बाबूराम और महिला शिक्षक कृतिका ठाकुर लगातार बच्चे को मारते-डांटते थे। शिकायत में बताया गया कि हाल ही में पिटाई के दौरान बच्चे के कान से खून बहने लगा और कान का पर्दा भी क्षतिग्रस्त हो गया। इसके बाद उसे टॉयलेट ले जाकर बिच्छू डाला गया और किसी को कुछ बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
शिकायत में गंभीर आरोप पीड़ित के पिता ने बताया कि शिक्षक लंबे समय से उनके बेटे को धमका रहे थे। हेडमास्टर ने ना सिर्फ बच्चे को स्कूल से निकालने की धमकी दी, बल्कि परिवार को भी नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी। पिता के अनुसार, हेडमास्टर ने पुलिस में शिकायत करने पर उन्हें जला डालने तक की धमकी दी।
इस मामले में एक और गंभीर आरोप यह है कि महिला शिक्षक कृतिका ठाकुर के पति, नीतीश ठाकुर, पिछले एक साल से उनकी जगह स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे थे, जबकि वे स्कूल के कर्मचारी नहीं हैं।
जातिगत भेदभाव के आरोप शिकायत में दलित और नेपाली समुदाय के बच्चों के साथ भेदभाव का भी आरोप लगाया गया है। बताया गया कि स्कूल में SC समुदाय और नेपाली मूल के बच्चों को राजपूत बच्चों से अलग बैठाया जाता था।
मामला दर्ज, कई धाराएं लागू पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, जिनमें शामिल हैं:
• धारा 127(2): गलत तरीके से बंदी बनाना
• धारा 115(2): जानबूझकर चोट पहुंचाना
• धारा 351(2): आपराधिक धमकी
• धारा 3(5): साझा इरादे से किया गया अपराध
इसके अलावा, बाल न्याय अधिनियम के तहत बच्चे के प्रति क्रूरता और SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराएँ भी लगाई गई हैं, जिनमें मानव गरिमा को ठेस पहुँचाने और जबरन कपड़े उतरवाने जैसे अपराध शामिल हैं।
जांच जारी पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। बच्चे को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है और स्कूल प्रशासन से भी पूछताछ की जा रही है। इस घटना ने प्रदेश के शिक्षा तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और ग्रामीण क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
सरकारी स्कूल में दरिंगदी: कक्षा 1 के बच्चे को 3 शिक्षकों ने मिलकर पीटा, कान का पर्दा फाड़ा, फिर पैंट में डाल दिया बिच्छू













