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भास्कर उपाध्याय/झारखंड वार्ता

हजारीबाग:- जिले के कटकमदाग प्रखंड अंतर्गत बेस ग्राम को कोयला साइडिंग रेलवे स्टेशन के तौर पर तैयार किया गया है। बेस साइडिंग में कोयले की ढुलाई ग्राम फतहा से होते हुए हुरुदाग, हारम के बीच गाँव से हाइवा के द्वारा साइडिंग तक कोयला लाने की योजना कोयला खनन कंपनियों ने निर्धारित किया है। वहीं दूसरी ओर मौतरा से रजहर, कुरुलुगवा, हारम होते हुए साइडिंग तक कोयला लाने का कम्पनियां योजना बना रही है। इसके लिए रोड सर्वे का काम लगभग पूरा कर लिया गया है।

इसी क्रम में ग्राम हारम के ग्रामीणों ने पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सुखदेव राणा की अध्यक्षता में ग्राम सभा किया। जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में प्रभावित गांवों को बचाना है क्योंकि यदि कोयला ढुलाई के दौरान हाइवा इन गांवों के बीच से गुजरती है तो सबसे पहले वायु प्रदूषण साथ ही गाड़ियों के शोर से जिंदगी जीना दुर्लभ हो जाएगा। किसानों को खेती करना भी मुश्किल हो जायेगा जबकि सड़क दुर्घटना की भी संभावना बढ़ जाएगी। इसलिए कम्पनी व सरकार दूसरा विकल्प ढूंढे तथा यहां कोयला साइडिंग तक जो कोयला ले जाने का मार्ग है उसे कोई अन्य मार्ग से ले जाए जिसमें किसी भी गांव का नुकसान ना हो।ग्रामीणों ने यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया है कि अगर कम्पनी नहीं मानती है और जबरन अपने काम को करती है तो सुप्रीम कोर्ट तक ग्रामीण जायेंगे। सरकार से ग्रामीणों ने मांग किया है कि सभी प्रभावित गांवों को इस परेशानी में न डाले क्योंकि पहले से ही खासकर हारम गांव के किसानों की जमीन रेलवे द्वारा ले लिया गया है, फिर भारतमाला परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत जमीन ले ली गई है और अब कोयला कंपनियां पूरे गांव को उजाड़ रही है।

मौके पर पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि सुखदेव राणा, उप मुखिया धुजाली कुमार महतो, रतन महतो, नागेश्वर महतो, मनोज कुमार महतो, साहेब राणा सहित सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित थे।

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