मुंबई:भारतीय सिनेमा में दलाल 100 डेज और अग्निसाक्षी जैसे फिल्मों का निर्माण करने वाले दिग्गज फिल्म मेकर पार्थो घोष के निधन की खबर है। जिससे बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया है।
इस खबर की पुष्टि एक्ट्रेस रितुपर्णा सेनगुप्ता ने की।पार्थो घोष का नाम ‘अग्नि साक्षी’ (1996), ‘गुलाम-ए-मुस्तफा’ (1997), ‘तीसरा कौन?’ (1994) और ‘युगपुरुष’ (1998) जैसी फिल्मों के साथ सिनेमाई इतिहास में दर्ज है। वो गहरी कहानियां बुनने में माहिर थे, जिन्होंने हर पीढ़ी के दर्शकों के दिलों को छू लिया।
एक इमोशनल मैसेज शेयर करते हुए रितुपर्णा सेनगुप्ता ने लिखा, ‘मैं शब्दों से परे दिल टूटा हुआ महसूस कर रही हूं। हमने एक असाधारण प्रतिभा, एक दूरदर्शी निर्देशक और एक दयालु आत्मा को खो दिया है। पार्थो दा, आपने स्क्रीन पर जो जादू बिखेरा, उसके लिए आपको हमेशा याद किया जाएगा। शांति से आराम करें।’
पार्थो घोष की अनोखी फिल्में
अपनी अनोखी कहानी कहने की कला के लिए मशहूर पार्थो घोष बड़ी अलग तरह की फिल्में बनाते थे। मनीषा कोइराला, जैकी श्रॉफ और नाना पाटेकर अभिनीत उनकी फिल्म ‘अग्नि साक्षी’ घरेलू हिंसा के विषय पर बहुत शानदार साबित हुई और इसे खूब तारीफ मिली। नाना पाटेकर और रवीना टंडन अभिनीत ‘गुलाम-ए-मुस्तफा’ एक कल्ट क्लासिक बनी हुई है, जिसमें अंडरवर्ल्ड की गहरी कहानी दिखाई गई है।
हिंदी के साथ बंगाली शोज भी बनाए
उन्होंने कई हिंदी और बंगाली टेलीविज़न शो का निर्देशन भी किया। सेनगुप्ता को हिंदी दर्शकों से भी 1994 में पार्थो ने ही परिचित कराया था। हाल ही में वो ‘100 डेज़’ और ‘अग्निसाक्षी’ के सीक्वल पर काम कर रहे थे। पार्थो दा ने एक दिन पहले ही अपना 75वां बर्थडे मनाया था।