जम्मू कश्मीर: 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे कार्यकाल की शपथ ले रहे थे इसी दौरान घाटी में आतंकियों ने फिर से एक बार कायराना हरकत कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से चुनौती दे डाली है। श्रद्धालुओं की बस पर अंधाधुंध फायरिंग की गई है। पहले से ही घात लगाए आतंकियों ने बस के ड्राइवर के सिर में गोली मारी जिससे बस अनियंत्रित हो गई और 200 फीट नीचे खाई में गिर गई इस अंधाधुंध गोलीबारी और बस के नीचे खाई में गिरने से 10 लोगों की मौत की बात बताई जा रही है जबकि 30 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है।
सूचना पर पहुंचे सुरक्षाबलों के जवानों ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च अभियान तेज कर दिया है। इस बीच आतंकी हमले से ठीक पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।
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बता दें कि रियासी जिले के शिवखोड़ी भोले बाबा के दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं से भरी बस कटरा की ओर जा रही थी। पौनी-रनसू के बीच चंडी मोड पर स्थित दरगाह के पास आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गोली लगने से ड्राइवर का बस से कंट्रोल छूट गया और गाड़ी खाई में जा गिरी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से लोगों को बसों से बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।बताया जा रहा है कि बस पर करीब 20 मिनट तक गोली चली थी। एक आतंकी सामने से गोली चला था और बाकी इधर-उधर से फायरिंग कर रहे थे। सूत्रों से खबर आ रही है कि 2-3 आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर हमला किया था। रियासी की एसएसपी मोहिता शर्मा का कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वहां 2-3 आतंकवादी थे। इलाके में आतंकियों की तलाशी के लिए सुरक्षाबलों की 5 टीमें लगाई गई हैं।
एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची, जहां मामले की जांच पड़ताल कर रही है। भारतीय सेना ने कमान संभाल लिया और पूरे जंगल में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही वन क्षेत्र की तलाशी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट मंत्री राजनाथ सिंह अमित शाह ने घटना कितनी हुई निंदा की है। आतंकियों की कायराना हरकत बताया है और अमित शाह ने कहा है कि दोषियों को छोड़ेंगे नहीं। प्रधानमंत्री के मामले को लेकर गंभीर है जम्मू कश्मीर के राज्यपाल से उन्होंने बात की है। इधर खुफिया विभाग के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक तकरीबन 12 आतंकियों ने पाकिस्तान से घुसपैठ की है। खुफिया विभाग को कुछ इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी मिले हैं।
इधर सेना को कार्रवाई की खुली छूट दे दी गई है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकियों को टीआरएफ ने श्रद्धालुओं की बस पर हमला करने में मदद की है।
इधर सूत्रों के मुताबिक सेना और स्थानीय पुलिस आतंकियों की तलाश में जुट गई है। आतंकियों की टोह में ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है। बताया जा रहा है कि आतंकियों को कुछ स्थानीय लोगों में भी मदद की है जिनकी पहचान का प्रयास जारी है।