सभी की भागीदारी और सहयोग से झारखंड को अव्वल प्रदेश बनाएंगे: सीएम चंपई सोरेन
मऊभंडार, घाटशिला में आयोजित कार्यक्रम में 2141विकास योजनाओं की दी सौगात, 20484 लाभुकों के बीच लगभग 71 करोड़ 63 लाख रुपए की बांटी परिसंपत्तियां।
मुख्यमंत्री ने कहा- लोगों को आगे बढ़ने के लिए के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर देने का प्रयास जारी
राज्य को संवारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के जरिए हर वर्ग एवं तबके को बना रहे सशक्त
आपकी भावनाओं, उम्मीदों और आकांक्षाओ के अनुरूप झारखंड का कर रहे नवनिर्माण
विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बीच विकास को दे रहे गति
गरीबों के पक्का मकान होने के सपने को कर रहे सरकार
यह आपकी सरकार है
राज्य के आधारभूत संरचना के साथ हर सेक्टर का कर रहे सर्वांगीण विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत बना रहे हैं। लगभग 15 हज़ार किलोमीटर लंबी सड़के बना रही हैं । वहीं सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार समेत सभी सभी सेक्टर की व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम हो रहा है। लोगों को आगे बढ़ने के लिए के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर देने का प्रयास जारी है। खेतों में सालों भर पानी रहे, इसके लिए सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। राज्य में स्थित निजी क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय को नौकरी देने का कानून सरकार ने बनाया है। अब अभियान चलाकर यहां के युवाओं को निजी संस्थानों में नौकरी दिलाई जाएगी। शिक्षा व्यवस्था को उत्कृष्ट बना रहे हैं। यहां के गरीब बच्चे भी इंजीनियर डॉक्टर और अफसर बनें, इसके लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना समेत कई और योजनाएं चल रही है। इन तमाम योजनाओं के माध्यम से यहां के आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, गरीब, मजदूर, बुजुर्ग, दिव्यांग, महिला, युवा हर किसी को सशक्त करने का प्रयास निरंतर जारी है।
राज्य के पिछड़ापन को दूर करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक और खनिज संसाधनों के मामले में काफी धनी है। यहां कोयला, तांबा, लोहा, सोना और यूरेनियम समेत कई खनिज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि इस राज्य की गिनती देश के पिछड़े राज्यों में होती है । यहां के लोग गरीबी और अभाव की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आदिवासियों-मूलवासियों ने झारखंड अलग राज्य के लिए लंबा संघर्ष किया था। अलग राज्य की लड़ाई में कई आंदोलनकारी शहीद हुए थे। लेकिन अलग राज्य बनने के बाद उनके सपनों का झारखंड नहीं बन सका, लेकिन हमारी सरकार इस राज्य के आंदोलनकारियों और यहां की जनता की भावनाओं के अनुरोध राज्य का नवनिर्माण करने की दिशा में मजबूती कदम बढ़ा दिए हैं।
कई योजनाओं का मिला तोहफा
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 45 करोड़ 79 लाख 99 हज़ार 980 रुपए की 2141 योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास किया। इसमें 14 करोड़ 88 लाख 44 हज़ार 580 रुपए की 15 योजनाओं का शिलान्यास एवं 30 करोड़ 91 लाख 55 हज़ार 400 रुपए की योजनाओं की आधारशिला रखी। वहीं, अबुआ आवास योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना, सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना, सर्वजन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, छात्रवृत्ति योजना, वन पट्टा वितरण योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना समेत अनेकों कल्याणकारी योजनाओं के 20, 484 लाभुकों के बीच 71 करोड़ 63 लाख 4 हज़ार 200 रुपए की परिसम्पतियों का वितरण किया।
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